दो सगी बहनों को पटा कर एक साथ चोदा!

Desi Hindi Sex Story : पढ़िए कैसे मैने दो सगी बहनों की Antarvasna जगा कर उन्हे एक साथ पटाया और उनकी चुत और गांड की चुदाई करके मज़े किए! 


जैसा के आप जानते है मैने एक अकाउंटिंग ऑफिस में जॉब की थी जहां मैने दो बहनों को एक साथ पटा लिया था। तो आज उसी समय के कुछ हसीन पल आपसे बाट रहा हूं। वह कहानी आप यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते है 'ऑफिस की कुंवारी लड़की की सील तोड़ चुदाई'


करीब 3 महीना गुज़रने से पहले - पहले मैने दोनों बहनों को काफी चोद लिया था, अब दोनों मेरे साथ पूरी खुलकर मस्त हो गई थी।


सीज़न के समय में मैने सर को पटा लिया कि एक बहन को एक संडे ओर दूसरी बहन को दूसरे संडे काम पर आने को बोलिए और सैलरी दुगनी कर दीजिए।


दोनों की सैलरी पहले से ही सबसे कम थी अब दुगनी होने के बाद भी बाकियों से थोड़ी बराबरी कर पाई थी। लेकिन मेरी इस बात से दोनों खुश थी दोनों ने मुझे खुद को पूरी तरह सौंप दिया था।


हालात ऐसे हो गए कि छुट्टी वाले दिन मैं उन बहनों के साथ नंगा काम करता था, उनके आते ही एक घंटा चूदाई का खेल चलता फिर थोड़ा बहुत काम होता।


एक दिन की बात है दोनों मेरे बिल्कुल करीब होकर चिपक कर बैठी थी। मैं उनकी फाइल्स देख रहा था इसलिए मेरे ऊपर उठकर दोनों बैठी थी। मैने उनको काम बताए बाकी स्टाफ सामने टेबल पर था सब एक टेबल पर थे।


सबकी नज़रे लैपटॉप में थी। मेरे दोनों हाथ एक साथ दोनों बहनों की टांगे सहला रहे थे। दोनों बहने अपने दुपट्टों से मेरे हाथ को छुपाई हुए थी।


सहलाते सहलाते मैं उनकी चूत तक पहुंच गया। दोनों ने अपनी अपनी सिसकारी रोकी।


मुझे मज़ा आने लगा। दोनों बहने मेरे पैर सहलाने लगी। दोनों ने मेरे कहने पर ब्रा पैंटी पहनना छोड़ दी थी, कपड़ो के ऊपर से ही मैने उंगली डालकर उनकी चूदाई शुरू कर दी। दोनों के हाथ कांपने लगे और बैठे बैठे ही दोनों झड़ गई।


सर ने बोला आज सब जल्दी जा सकते है बहुत समय से सब मेहनत में लगे है, मुझे भी मजबूरन जाना पड़ा ज़्यादा ज़िद करता तो शक हो सकता था।


मैने उस रात जुगाड सोचा जिससे दोनों बहनों को मेरे साथ एक साथ रहने में आपत्ति न हो और तीनों एक साथ चूदाई का मज़ा ले सके।


मैने रानी को कहा कि में तुमसे प्यार करता हूं अपनी बहन को बोल दो की तुम्हारे दिल में मैं हूं, लेकिन उसे हमारी बातों के बारे में मत बताना ना ही ये कहना कि हमारे बीच क्या क्या हुआ है वरना तुम्हारी बेज़्जती हो जाएगी।


रानी मान गई उसके बाद यही बात मैने सीमा से कही। अगले दिन छुट्टी थी और दोनों एक साथ ऑफिस आ गई।


मैं हमेशा की तरह टेबल के बीच में था, दोनों बहने अपनी अपनी जगह थी। 


सीमा बोली "सर आप जानते हो में आपको चाहती हूं आपने भी मुझे बोला था की आप रानी से मेरे बारे में पूछते रहते है, लेकिन देखिए ये रानी कैसी बात कर रही है"


रानी बोली "सर मै आपको बहुत चाहती हूं, पने मेरी हमेशा मदद करी, मुश्किल समय में आपने मुझे तसल्ली दी, मैं आपको दिल दे बैठी हूं "


मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। एक तरफ कुरकुरे जैसा तड़कता फड़कता जिस्म और दूसरी तरफ रस मलाई जैसा जिस्म। लेकिन मैने चेहरा संजीदा बनाए रखा वरना काम बिगड़ जाता।


मैने दोनों के हाथ पकड़े टेबल पर उनको करीब आने को कहा


और बोला “देखो मैं आप दोनों के जज़्बात समझ रहा हूं, मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से दोनों मे से कोई एक बहन भी दूसरी बहन की खुशियों का गला घोटे!”


मेरे पास एक तरीका है आप लोगो को ठीक लगे तो हम इस पर बात कर सकते है"


मैने दोनों को चेहरा करीब लाने को बोला फिर कहा अगर आप दोनों बहनों में सच्चा प्यार है तो मैं दोनों बहनों के जज़्बातों की और मोहब्बत की कदर करना चाहता हूं। आप लोग चाहे तो हम तीनों एक साथ रह सकत है!”


कोई और लड़की होती तो मुझे फैसला लेना आसान होता लेकिन मैं दो बहनों के रिश्ते को खराब नहीं करना चाहता, अगर आप मेरी बात मानते हो तो अच्छी बात है वरना फिर मेरी दोनों के लिए न ही है।


हम जैसे मिलकर आज तक काम करते थे वैसे ही करते रहेंगे । आप लोगो की जॉब्स safe रहेगी उसके लिए परेशान ना हो।"


मैने उनको सोचने के लिए समय दे दिया और कहा अगले हफ्ते फैसला बताए अपना। उस पूरे हफ्ते दोनों मेरे बदले का काम करती रही, और मेरे हाथ को पकड़ कर बैठी रहती।  


मेरा हाथ दोनों तब तक नहीं छोड़ती जब तक दरवाज़े पर कोई आ न जाए।  यह Bhai bahan ki  Chudai ki Kahani आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


फिर वो दिन आया जब मेरा सपना पूरा हुआ, और फिर क्या हुए वो मज़े से सुने।


दोनों बहने खूबसूरती को अपना गुलाम बनाकर उस दिन लाई थी। हम तीनों टेबल के पास खड़े थे, दोनों मुझे और मैं उनको देख रहा था। 


सीमा बोली “हमने फैसला कर लिया हम आपके बिना नहीं रह सकते! सर आप बहुत अच्छे हो, आपने हमारा हमेशा साथ दिया है व काम सिखाया है, आज से हम दोनों आपकी हुई"


मैने दोनों को गले से लगा लिया, मेरी हालत उस समय क्या थी उसे बताने के लिए शायद कोई शब्द नहीं बना आज तक। 


मैने दोनों के माथे को चूमा, दोनों की आंखों में देखा । एक एक बार उनके गाल को चूमा, दोनों एक साथ सामने खड़ी होकर शर्मा रही थी।


मैने अपने हाथ दोनों की गांड़ पर दबाते हुए कमर पर रखे फिर अपनी तरफ खींचा। 


रानी बोली "सर दीदी देख रही है मत कीजिए"


मैने सीमा को देख कर बोला "अच्छा ! ये दादागिरी!"


मैने रानी के होठ पकड़े और प्यार से चूमे , अपने होठों में उसके होठों को दबाते हुए मेरी नज़रे सीमा की तरफ थीं। उसकी जलन चेहरे पर साफ दिख रही थी।


मैने रानी को छोड़ा तो वो पानी पानी हो गई। अपनी बड़ी बहन के सामने वो शर्माए जा रही थी जब की इसी कमरे में वो मेरी गोद में बैठ कर मुझे महीनो से अपना थूक और पानी पिलाती आ रही थी। 


दोनों बहनों के साथ इतना कुछ किया मैने की एक बार में नहीं बता पाऊंगा। मेरे साथ बने रहे मज़ा बहुत आएगा।


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फिर मैने सीमा के बाल पकड़े और उसके होठों को अपने होठों से चिपका लिया, उसने मेरा पूरा साथ दिया, मेरा चेहरा पकड़ के अपनी ज़ुबान उसने मेरे मुंह में डाली।


वो रानी को जला रही थी लेकिन मैने उसे ऐसा नहीं करने दिया। मैं उससे अलग हुआ, मैने सीमा को इशारा करते हुए रानी की तरफ देखा। वो समझ गई लेकिन थोड़ा कतराई, मैने फिर से उसे इशारा दिया।


रानी ने सीमा को देखा, सीमा ने रानी का चेहरा पकड़ा और आंखे बंद कर के बड़ी बहन ने छोटी बहन के होठों को अपने होठों में दबा लिया।


रानी की आंखे बड़ी हो गई। मेरा लन्ड पेंट खोल कर भर निकलने को तड़पने लगा।


मेरे सामने दो बहने अपने होठ रगड़ रही थी, एक दूसरे को चूस रही थी दोनों ने अपनी ज़ुबान एक दूसरे के रस में डूबा रखी थी।


मैने अपनी शर्ट उतारी, दोनों को बाहों में लिया वो अपने में मस्त थी कुछ ही देर में दोनों पूरी तरह खुल गई। एक दूसरे के चूंचे दबाने लगी। 


मैं दोनों की चूत सहला रहा था। उनका एक एक हाथ मेरी कमर पर था। जब दोनों अलग हुई तो दोनों के होठों पर से रस टपक रहा था। दोनों ने मुझे देखा रानी मेरे सीने में छुप गई।


मैने सीमा का हाथ लेकर रानी की चूत पर रखा और सीमा के पजामे का नाडा खोल दिया, वो नीचे से नंगी हो गई। 


मैं बोला "देखले रानी अपनी बहन को आज से ये तेरी भी हैं।"


वो आंखें फाड़ कर चूत देखने लगी। सीमा ने मुझे टेबल पर धकेला साथ साथ रानी को भी खींच लिया।


रानी मस्त हो चुकी थी। वो बड़ी बहन को पहले चुदने का मौका देती हुई मेरे मुंह पर आ कर बैठ गई। पहले रानी ने मुझे अपनी सलवार चूसने को कहा।


इधर सीमा पूरी नंगी होकर मेरा लन्ड चूसने लगी। वो थोड़ा चूसती फिर मुठ्ठी मारती। उधर रानी ने अपने कपड़े उतार दिए वो पूरी नंगी होकर मेरे मुंह पर बैठी, रानी की वजह से मेरी सांसे उखड़ने लगी।


सीमा ने मुझे पूरा नंगा कर दिया। उसकी हवस भरी हरकतों कि वजह से मेरा पानी छूट गया। लेकिन आज शायद मेरी शामत ही थी। मेरा पानी छूट गया था लेकिन मेरे सामने दो भूखी शेरनी थी।


सीमा ने बैग से एक गोली निकाली और मुझे खिलाई , आधा घंटा दोनों मुझसे अपनी सेवा कराती रही कोई चूत चुसवाती गांड़ में उंगली करवाती एक बार तो दोनों ने मेरी ही गांड़ में उंगली डाल दी फिर जाने लगी। 


जब लन्ड फिर से खड़ा हुआ तो दोनों मुझ पर टूट पड़ी।


बारी बारी दोनों ने लन्ड खाया, लन्ड से खेला , गोली से असर खतरनाक था।


दोनों को बारी बारी मस्ती से चोदा मैने एक चुदाने चढ़ती तो दूसरी चूत को मुंह पर रख कर बैठ जाती। पहले से चुदने की वजह से दोनों की चूत खुल चुकी थी दोनों मुंह पर बैठते हुए टांगे चौड़ी कर लेती। 


ऐसा लगता लन्ड की जगह मुझे पूरा अंदर चढ़ा लेंगी। यह Desi Sex stories in hindi आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


रानी की हवस इतनी बढ़ गई कि उसने अपनी बहन की चूत चाटनी शुरू कर दी जब में उसकी बहन की गांड़ मारता तो वो अपनी चूत उससे चूसवाती। एक एक कर के तीनों झड़ते चले गए और एक दूसरे पर गिरते चले गए।


ये घमासान दोपहर तक चला, हम शाम तक नंगे लेटे रहे उस दिन कोई काम नहीं हुआ। 


घर जाने से पहले हम तीनों वहीं नहाए। उन लोगों ने मुझे लंच भी चूत ओर स्तनों पर रख कर खिलाया फिर मेरे लन्ड पर आइसक्रीम मंगा कर लगाई और खाई।


वो दिन मैं कभी नहीं भूल सकता उसके बाद फिर हमें कभी छुपना नहीं पड़ा। दोनों की मेहनत देखकर सर ने उनको प्रमोशन दिया, मैने दोनों को परफेक्ट काम सिखा दिया था।


धीरे धीरे हम तीनों ने पूरा ऑफिस अपने कब्ज़े में ले लिया। सर ने ऑफिस में आना बंद कर दिया अधिक स्टाफ को हटा दिया गया। 


मेरी सैलरी काम के हिसाब से कम थी मगर फिर भी बहुत थी। सीमा ओर रानी दोनों की सैलरी एक साल में तीन गुना हो गई।


उन्होंने बताया की अभी उनकी शादी को 5 से 6 साल है यानी मुझे अभी काफी साल मिलेंगे दोनों को चोदने के, अब मुझे ऑफिस में काम नहीं करना पड़ता, वही दोनों सब देखती है मुझे बस उनकी हवस का ख्याल रखना होता है।


कोई भी किसी भी समय लन्ड पर आकर बैठ जाती है, कभी कभी तो दोनों एक दूसरे को ही चोद रही होती है। मुझे कपड़े पहनने से बिल्कुल मना कर दिया है, पूरे समय ऑफिस में नंगा रहता हूं।


हम तीनों खुश हैं और एक दूसरे से प्यार भी करते हैं फिक्र भी करते है। 


मेरी हवस से शुरू हुआ ये रिश्ता अब प्यार में बदल गया है आगे क्या होगा पता नहीं लेकिन जो होगा आप लोगो से ज़रूर बाटूंगा।


आप भी मेरे सपने के सच होने के बारे में आपके विचार कमेन्ट और रीऐक्ट करके मुझसे ज़रूर बाटे। साथ ही मुझे मेल करके भी बता सकते है, hashmilion5@gmail.com 


अपनी कामुकता की आग को ज़्यादा भड़काने के लिए इस कहानी से जुड़ी बाकी कहानियों मेरे लेखक प्रोफाइल 'हाशमी' के माध्यम से ज़रूर पढ़े।


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Bihar se koi lund ki pyasi married or unmarried lady jo real me ya VC me chudna chahti ho to mujhe tlgm par msg kro -Manishk7777