माँ और बहन की चुदाई एक साथ

Hindi Sex Story : पढे की कैसे मैंने मम्मी के साथ मिलकर मेरी बहन की सील पैक चुत चोदी साथ ही माँ की Antarvasna से उसकी चुत का भोंसड़ा बनाया!


नमस्कार दोस्तों। मेरी पहली कहानी "माँ कि प्यासी चुत ने बेटे को चोदना सिखाया" पर आप लोगों को अच्छी प्रतिक्रिया मिली। मेरी कहानी पढ़ने के लिए सभी को धन्यवाद। 


जैसा कि मैंने आपको वादा किया था कि अपनी मां के बाद छोटी बहन को कैसे चोदा, वो आपस में शेयर करूंगा तो आपका ज्यादा टाइम ना लेते हुए काम की बात पर आता है।


मेरी छोटी बहन का नाम रितिका है और वो 20 साल की है। उसके स्तन 34 साइज के है। दिखने में बहुत सेक्सी है रंग गोरा है, मोती गांड, फिगर 34-26-36 है


मैं तो उसको कई बार चोदने के लिए कोशिस किया लेकिन माँ घर पर रहती थी इसलिए डर लगता था।


लेकिन माँ को चोदने के बाद मैंने माँ से कहा कि मुझे रितिका की चूत मारनी है। पहले तो मां गुस्सा हुई और कहा कि तू पागल है अगर मैंने उसे ये बात दी तो उसे हमारे बारे में पता चल जाएगा या वो कहीं पापा को ना बता दे।


फिर मैंने माँ को कहा कि मैं तुम दोनों के साथ सेक्स करना चाहते हूँ एक साथ।


माँ: नहीं मैं तेरी मदद नहीं कर सकती सॉरी।


फिर मैं माँ को रोज़ फोर्स करता रहता था रितिका की चूत के लिए।


कुछ दिन तक ऐसे ही चला और एक दिन माँ ने मुझे किचन में बुलाया और कहा: कल तेरे पापा कानपुर जा रहे थे ऑफिस के काम से 3 दिन के लिए, शायद फिर तेरा काम हो सकता है।


मैं: धन्यवाद मम्मी! और फिर मैंने ख़ुशी से अपनी माँ को एक स्मूच कर दिया।


पापा के जाने के बाद माँ और मेरे प्लान के हिसाब से मै रात को 11 बजे के करीब उठा और माँ के कमरे में चला गया, जहाँ रितिका भी सो रही थी माँ के साथ।


मैं: मम्मी मुझे अकेली नींद नहीं आ रही है क्या मैं यहां सो जाउ।


माँ: ठीक है तू हमारे साथ ही सोजा। (Maa Bahan aur Beta Sex)


और मैं रितिका के बगल में सो गया, करीब एक बजे मैंने अपना काम शुरू किया जब रितिका नींद में थी। पहले मैंने उसके स्तन पर हाथ रखा।


फिर हल्के हल्के दबाना शुरू किया उसने कुछ रिएक्ट नहीं किया, मैं समझ गया कि वो पूरी नींद में है।


फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोला और उसकी सलवार को अलग करने की कोशिश की क्योंकि उसकी सलवार उसकी गांड के नीचे दब रही थी फिर धीरे-धीरे कोशिश करके निकल ही दी।


अब उसकी मैरून रंग की पैंटी और उसकी गोरी गोरी झांघे मुझे साफ दिख रही थी। फिर मैंने उसका टॉप धीरे धीरे ऊपर कर उसके स्तन ऊपर तक कर दिया।


अब उसके स्तन सिर्फ ब्रा से ढके हुए, मैंने धीरे से उसका एक स्तन ब्रा से आज़ाद कर दिया। क्या स्तन थे उसके एक दम टाइट।


फिर मैंने उसके निपल को मुँह में ले लिया और चूसने लगा और करीब 5 मिनट तक चूसता रहा। फिर मैंने उसके गुलाब जैसे होठों पर अपने होठ रख दिये और जबरदस्त किस करने लगा।


कुछ देर बाद उसने अपने होठों पर कुछ महसूस किया तो उसकी नींद खुल गई। यह XXX Hindi Sex Story आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


फिर उसने मुझे धक्का दिया। मैं एक हाथ से उसके हाथ पकड़ कर और दूसरे हाथ से उसके स्तन जोर जोर से दबाने लगा और उसे किस करने लगा वो मुझे हटाने की बहुत कोशिश कर रही थी।


फिर मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और उसकी चूत को रगड़ने लगा और एक हाथ से उसके स्तन दबा रहा था और उसके निपल खिंच रहा था।


जिससे अब वो मुझको हटाने की कोशिश कम कर रही थी।


दोस्तों एक सुझाव है जरूर ट्राई करें-अगर किसी लड़की की चूत को रगड़ो तो वो मस्ती में जल्दी मान जाती है और विरोध काम करने लगती है।


अब वो मुझे किस कर रही थी मेरा साथ दे रही थी। अब उसका शरीर अकड़ने लगा था, वो मुझे बड़ी बेहरहमी से किस कर रही थी।


मैं भी फ्रेंच किस कर रहा था। अब मैंने उसका टॉप उतार दिया और ब्रा भी खोल दी और उसके स्तन चूसने लगा। क्या स्तन वे उसके बिल्कुल पके हुए आम की तरह हैं। एक दम टाइट!


उसने मेरे कपड़े उतारे और मेरा लंड पकड़कर मुँह में ले लिया, वो बिल्कुल दीवानी होकर मेरा लंड चूस रही थी बिल्कुल प्रोफेशनल की तरह।


मैं समझ गया जिस तरह से ये मेरा लंड चूस रही है, मानो इसे पहले वो कई लंड चूस चुकी हो।


कुछ देर बाद फिर मैंने उसकी पैंटी उतारी, उसकी चुत गिली हो चुकी थी।


मैं उसकी चूत में उंगी डालकर आगे पीछे करने लगा उसके मुंह से आवाजें आ रही थी ऊह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह सस्शह्ह्ह…..


फिर जैसे ही मैंने उसकी चूत पर झीभ फेरी वो एक दम से तड़प गई और सिस्कारियां भरने लगी। फिर मैं काफी देर तक उसकी चूत चाट रहा।


बस उसके मुँह से आआआआअह्हह्हह सस्शह्हह्हह की आवाज आ रही थी।


अब वो फुल मस्ती में थी और मुझे अपनी तरफ खींच रही थी और अपनी चूत में लंड डालने को बेताब हो रही थी।


मैं खड़ा हुआ और उसकी दोनों टाँगे फैलाई और उसकी चूत पर थोड़ा सा थूक लगाया, फिर अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और हल्का सा झटका दिया तो लंड आधा उसकी चूत में चला गया


वो चिल्ला उठी आआआआह्ह्ह्हह्ह और मुझको पीछे हटाने की कोशिश करने लगी।


तो मैं उसको किस करने लगा वो थोड़ी शांत हुई। थोड़ी देर बाद उसे किस करते करते एक जोरदार झटका मारा। मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया।


उसकी चीख निकल गयी!


मैंने अपने होठों से उसकी चीख दबा दी और उसे किस करने लगा।


अब उसकी सील टूट चुकी थी जिसकी उसकी चूत से खून निकल रहा था।


फिर थोड़ी देर बाद धीरे-धीरे झटके मारने लगा। अब उसे भी मजा आने लगा था वो भी अब अपनी कमर हिला हिला कर मेरा साथ दे रही थी।


मैं बड़ी जोर से झटके मार रहा था जिससे हमारा बिस्तर भी हिल रहा था और बगल में मम्मी सो रही थी। यह Antarvasna Desi Sex Story आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


करीब आधे घंटे बाद वो झड़ गई और उसने कुछ देर बाद मेरा छुटने वाला था तो मैंने अपना लंड निकाल कर उसके मुँह में अपना सारा पानी छोड़ दिया, फिर हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर लेट रहे।


थोड़ी देर बाद मैं रितिका की गांड में उंगली डालने लगा और मैंने उसे पूछा की तू इसे पहले कितनी बार चुदी?


उसने कहा मैं लंड तो 2-3 बार चूस चुकी हूं अपने बॉयफ्रेंड का पर उसके साथ चुदाई नहीं की है कभी, चुदाई मैं आज पहली बार की हूं और अब हमेशा तुम्हारे साथ ही करूंगी।


फिर मैंने बोला कि वो तो तेरी चूत का खून देख के पता चल गया था कि तेरी सील आज ही टूटी है।


फिर मैं बिस्तर पर लेट गया और वो मेरे ऊपर से आकर मेरे लंड पर बैठ गई और अपनी चूत में लंड डालकर खुद ऊपर नीचे होने लगी।


ये सब मम्मी हमारे बगल में लेटे हुए चुप चाप देख रही थी और रितिका के सामने सोने का नाटक कर रही थी। रितिका मेरे ऊपर उछल कर अपनी चूत चुदवा रही थी।


इतने में माँ की चूत में भी खुजली होने लगी और माँ उठ खड़ी हुई। रितिका माँ को देखकर घबरा गई और माँ को देखने लगी।


उसने सोचा कि माँ डेटेगी पर माँ ने आहह भरते हुए कहा कब से देख रही हूँ तुम दोनों की चुदाई कोई इस चूत के बारे में भी तो सोचो इसमें आग लगी हुई है।


अपना पानी डालकर मेरी प्यास बुझादे रचित!


रितिका ये सब सुनकर चौक गई फिर मैंने रितिको को अपने प्लान के बारे में बताया और वो बस मुस्कुराने लगी।


फिर मैंने रितिका और माँ को आपस में स्मूच करने को कहा और वो दोनो स्मूच करने लगी काफी देर तक उनका किसिंग सीन चलता रहा।


फिर हम तीनों ट्राइएंगल की शेप में बेड पर लेट गए। मैं रितिका की चूत चाटने लगा. रितिका माँ की चूत चाट रही थी और माँ मेरा लंड चूस रही थी।


फिर कुछ देर बाद मैंने माँ और रितिका को बारी बारी से चोदा। पूरी रात यही चलता रहा करीब सुबह के 5 बजे हम नंगे ही सो गए।


फिर हम तीनों ने सुबह उठ कर एक साथ नहाया और चुदाई भी की। पूरे 3 दिन तक हम चुदाई करते रहे, जिसमे रितिका की चुदाई मैने ज्यादा की थी।


अब हमें जब भी टाइम मिलता है तो हम खूब चुदाई करते हैं, क्योंकि अब हम तीनों के अलावा सिर्फ डैड ही वे घर में हैं और वो भी शाम को ही घर आते हैं, हम लोग तो अक्सर दोपहर में चुदाई कर लेते हैं।


वेसे दोस्तो माँ और बहन की चूत मारने का मजा ही कुछ अलग है! हो सके तो अपनी माँ या बहन के साथ कोशिश ज़रूर करना!  मेरी कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद..


कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार, कमेंट्स में ज़रूर लिखें, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर Chudai ki Kahani पेश कर सकें!


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