सम्मू के लन्ड से चुदी शुभी की बुर हुई तहस नहस 04

Antarvasna Desi Sex : जैसा कि आप लोगो ने मेरे पिछले भाग 'सम्मू के लन्ड से चुदी शुभी की बुर हुई तहस नहस 03' में पढ़ा कि सम्मू जब दूसरे शहर जाने लगते है तब किस तरह से मेरी बुर को चोदते है :



प्यारे बुर चोदने वाली साथियों शुभी की बुर का तुम्हारे खड़े लन्ड को सैल्यूट है  मुझे मालूम है कि आप लोग मेरी बुर को चोदने के लिए बेताब है


किसी भी हाल में मेरी बुर को चोदना , और चाटना चाहते हैं मेरी चूची के रस को निचोड़ना चाहते हैं  मेरी बुर को नए नए तरीके से चोद कर मेरी बुर को वड़ापाव से भी ज़्यादा फुला देना चाहते हैं



मेरी टेलीग्राम चैनल : SandhyaSharmaSs दिए गए नाम से ही सर्च कर लेना


अब आगे पढ़ें इस भाग में आगे क्या हुआ :-


उधर सम्मू मुंह पकड़कर लन्ड को पेलने लगे रुक रुक कर मेरे दर्द की परवाह करते हुए सम्मू ने करीब 5 मिनट के बाद पूरा लन्ड गाँड़ में पेल दिया।


मेरी गाँड़ फ़टी जा रही थी गाँड़ में लन्ड नही लोहे का रॉड था जैसे जब लन्ड गाँड़ में पूरा चला गया तब सम्मू फिर रुके रहे और बहुत ही धीरे धीरे गाँड़ मारना शुरू किए


10 मिनट तक कभी सिर्फ टोपा भर का लन्ड खींच कर गाँड़ मारते रहे कभी आधा लन्ड बाहर निकाल कर गाँड़ मारते रहे जब टाइट गाँड़ का दर्द कम हुआ रास्ता ढीला हुआ तब गाँड़ से पूरा लन्ड बाहर खींचते और पूरा लन्ड पेल देते


हर बार टाइमिंग बढ़ती जा रही थी इस बार लग रहा था कि गाँड़ हमेशा हमेशा के लिए खुल ही जाएगी क्योंकि  गाँड़ कम से कम 40 मिनट तक मारते रहे लेकिन झड़े नही थे सम्मू!


जब सम्मू थक जाते तो सम्मू अपनी उंगलियों से मेरी बुर चोदने लगते थे जिससे अब मेरा सारा ध्यान फिर से बुर चुदाने पर था


उंगलियों से चोदने से अब मेरी बुर भी घोड़ी की बुर की तरह खुल बंद हो रही थी, कुछ देर और सम्मू ने मेरी गाँड़ मारी और फिर लन्ड ने पानी उगल दिया गाँड़ में ही


मैं उठी फटाक से और सम्मू को लिटाकर लन्ड को सहलाने लगी जिससे बुर चुद जाए, सेकंडों में ही लन्ड फ़नफना उठा और मैं तुरन्त बुर में लन्ड खोंसते हुए लन्ड पर बैठ गई और अपनी बुर को सम्मू के लन्ड से चोदने लगी


या अपनी बुर से सम्मू के लन्ड को चोदने लगी हवा में झूलती छातियों का  नज़ारा बहुत हसीन था मेरे उठ उठ कर चोदने से  चुचियाँ हवाओं में लहराती और मेरी पसलियों पर भच भच से गिरती थी


जिधर भी शीशा देखो मंज़र बहुत अच्छा था, सम्मू भी नीचे कमर उठा उठा कर लन्ड को बुर में पूरा पेलते थे। 


मैंने सम्मू का सिर थोड़ा सा उठाया और अपनी चूची के निप्पल को सम्मू के मुंह मे डाल दिया जिससे सम्मू अच्छे से चूसने लगे और दूसरी चूची को दबाते जा रहे थे


कुछ देर के बाद सम्मू ने मुझे नीचे लिटाया और अपना ऊपर होकर बुर चोदने लगे ऐसे ही कभी मैं कभी सम्मू ऊपर नीचे हो होकर चुद और चोद रहे थे


चूचियाँ जो अभी तक हवा में उछल रही थी अब मेरे मुंह की तरफ लन्ड का धक्का पड़ने से जा रही थीं ये तो क्लियर हो गया था कि मैं कल सही से उठ बैठ नही पाऊंगी और न ही कुछ कर पाऊंगी


सम्मू का लन्ड अंदर फिर से फड़फड़ाने लगा और मैं झड़ गई लेकिन सम्मू चोदते रहे चोदते रहे सफेद गाढ़ा पानी लन्ड अंदर बाहर होने से शैम्पू के झाग की तरह गिर रहा था


सम्मू के लन्ड ने एक तेज़ हुंकार भरी और जैसे बुर में ही पेशाब करने लगे लेकिन वो पेशाब नही था बल्कि मनी वीर्य था


मैं बहुत थक चुकी थी लेकिन जब बुर को लन्ड मिल जाता है तो कोई परवाह नही रहती यही हाल आज मेरा था


उस रात वियाग्रा जैसी दवा , ऊपर से विदाई की रात , मतलब एक दूसरे से बिछड़ने की रात


इस तरह उस रात सम्मू ने 3 बार मेरी खुल चुकी गाँड़ मारी और 7-8 बार मेरी बुर चोदी हर बार की चुदाई में जैसे सम्मू का लन्ड और मोटा और लंबा हो रहा था


चुचियों की इतनी दबाई , और चुसाई हुई कि दोनो चूची लाल लाल हो गई थीपता नही कब हम लोग आखिरी बार चुद कर और चोद कर सोए थक बहुत गए थे तो नींद आ गई


सुबह 8 बजे आंख खुली तो शीशे की दीवाल में देखा कि जब ब्रा पहन लिया जाता है तब चुचियाँ बाहर झांकने के लिए गले से बाहर दिखा करती है, ऐसे ही मेरी बुर रात भर की चुदाई से सूज गई थी और फांक चूची की तरह नज़र आ रही थी


मैंने घोड़ी बनकर अपनी गाँड़ को शीशे में देखा गाँड़ का भी बुरा हाल था, चुचियों का मुरब्बा बन चुका था टाइट चुचियाँ ढीली होकर लटक रही थीं


मैं उठी तो उठ नही पाई पूरे बदन में दर्द हो रहा था चूत में भी , गाँड़ में भी चूची में भी और पूरा बदन भी दर्द कर रहा था, साथ मे बुखार भी था जो कि ये सब सारी रात बुर चुदवाने का नतीजा था


तभी सम्मू भी आये तो सम्मू का फोते की गोलियां बड़ी बड़ी थीं


मैंने पूछा ये क्या हुआ हाथ लगाकर देखा तो सम्मू ने हाथ हटा दिया


बोले कि रात में जो तुम उछल उछल कर मेरे ऊपर चढ़कर मेरे लन्ड को अपनी बुर से चोद रही थी वही में इन गोलियों पर चोट लगी है, अब वहीं जाकर डॉक्टर को दिखा कर इलाज करवाऊंगा


नाश्ता बना दिया था सम्मू ने लेकिन मैं बिस्तर से उठने के काबिल नही थी


सम्मू तैयार हुए और मेरी ढीली लटकती छातियों को चूमकर बोले आराम करो , जब थोड़ा आराम मिल जाए तो डॉक्टर से दवा ले लेना मैं जा रहा हूँ, वरना मैं ही तुम्हे ले चलता


मैंने भी बिस्तर से उठकर सम्मू को चूमा और हम दोनों के होंठ एक दूसरे के होंठ में समा गए इससे पहले कुछ होता हम दोनों ही अलग हो गए


सम्मू बोले मैं बात करता रहूंगा, जब ढंग से कोई मकान मिलेगा तब बुला लूंगा जब तक नही मिलता तब तक यहीं रहो और फिर सम्मू चले गए


दोपहर तक कुछ आराम हुआ तो उठकर नहाया बदन में जान आई उसके बाद मेन गेट बंद करके फिर कमरे का दरवाजा बंद करके सो गई


दिक्कत बहुत हो रही थी, बुर में जबरदस्त जलन हो रही थी , गाँड़ भी फ़टी पड़ी थीरात में उठी तब हल्का सा खाया  और फिर सो गई


दूसरे दिन बदन का एक एक अंग का दर्द कुछ कम हुआ था धीरे धीरे गाँड़ अपनी जगह पर आ रही थी बुर की सूजन कम हो रही थी, छातियां फिर कड़क हो रही थी


उसके बाद डॉक्टर को दिखाया डॉक्टर ने दवा लिखी , और सेक्स करने से मना किया कुछ दिन तक, ऐसे करते करते एक हफ्ता बीत गया, तब जाकर बुर को गाँड़ को आराम मिला


उधर न तो सम्मू का फोन आया, न तो मैंने ही किया12-14 दिन के बाद रात को सम्मू का फोन आया बात हुई मेरा हालचाल पूछा


मैंने सम्मू की गोलियों के बारे में पूछा तो बताया कि दवा ले ली है अब आराम है डॉक्टर बोले है कि थोड़ा एहतियात रखा करो


मैं मुस्कुरा दी, कुछ देर बातें हुईं फिर फोन रख दिया धीरे धीरे 4 हफ्ते बीत गए हर आये दिन सम्मू की याद आती थी बदन नार्मल हो चुका था कब का ही


इसलिए सम्मू की याद आती तो चुदाई की वो रात याद आती और मेरे होंठो पर मुस्कान आ जाती सम्मू से बात हो रही थी साथ मे टेलीग्राम पर भी वक़्त बीत रहा था


जिसमे से कुछ तो नए लोग जो मेरी स्टोरी को गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़कर आये थे वो लोग थे और पुराने फ्रेंड भी थेयह Desi Sex stories in hindi आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


नए लोगो मे से सबका msg पड़ती रिप्लाय करती, तो सभी नए लोग  बस एक ही बात करते चैट पर की शुभी जी आपको चोदना है


कोई हॉट GIF भेजता कोई चुदती औरत की वीडियो जिससे मेरी आग भड़क उठती थी उनमें से एक नए टेलीग्राम फ्रेंड ने अपने लन्ड की फोटो मुझे भेजी तो मैं हैरत में पड़ गई!


हैरत में क्यों पड़ गई ये आगे बताऊंगी!


वो धीरे धीरे मुझसे मेरा अड्रेस पूछकर मेरे पते पर मुझे गिफ्ट भेजने लगा


एक दिन तो हद हो गई मेरे मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज हो गई थी,तो उसे चार्जिंग पर लगा दिया और फिर सो गई अगले दिन जब उठी तो पता चला कि रिचार्ज भी खत्म हो गया था


यहीं से मेरी लाइफ में एक नया मोड़ आया


जब दो तीन दिन हो गए और सम्मू से बात नही हुई तो सम्मू समझ गए कि रिचार्ज खत्म हो गया होगा और सम्मू ने रिचार्ज करवाया फिर घँटों बातें की हम दोनों ने उसके बाद सम्मू ने फोन कट कर दिया


तब मैं टेलीग्राम खोलकर मैसेज पढ़ने लगी जो कि लाइन से पड़े थे नए दोस्तो के भी और पुराने दोस्तों के भी जो मुझे गिफ्ट भेजता था नया फ्रेंड उसका नाम सनी खान था, एज कोई 38-40 रही होगी रहने वाला उत्तर प्रदेश का ही था


मैंने सिटी नही पूछी थी, इसलिए वो बताया भी नही था, सनी खान ऑनलाइन ही था उसने फौरन मैसेज किया पूछा कहाँ थी , मैं परेशान हो रहा था


तुमसे चैट नही होती थी तो नींद नही आती थी आदि आदि बाते हुई जब उसको बताया मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज हो गई थी, फिर रिचार्ज खत्म हो गया था इसलिए चैट नही हो पाई


ऐसे ही चैट होता रहा और रात को 12 बजे तक सबसे चैटिंग होती रही


कोई मेरी चुचियों का दीवाना था, कोई मेरी बुर का दीवाना था, कोई मेरी गाँड़ का  हर कोई मुझे सपनो में ही टेलीग्राम पर चोद रहा था


कुछ तो ऐसे भी थे कि सर्विस देती हो, चार्ज बताओ मिलना है तुमको चोदना है भी मैसेज कर रहे थे ,मैं भी सबको ऐसे ही अपनी सर्विस देने के लिए बड़े बड़े अमाउंट बता रही थी


मुझे मालूम था कि ये सब अमाउंट सुनेंगे तो भाग खड़े होंगे और कई तो भाग भी गए कुछ ने मैसेज करना बंद कर दिया कुछ को मैंने रिप्लाय करना ही बंद कर दिया


ऐसे ही कई दिन बीत गए और बुधवार के दिन था की अमेज़ॉन से एक पार्सल आया मैंने कहा मैंने कोई प्रोडक्ट बुक नही किया है लेकिन डिलीवरी बॉय बोला की मेडम ये आपका ही है


खैर मैंने उसको ले लिया भुगतान ऑनलाइन हो चुका था


इसलिए भुगतान नही करना पड़ा कमरे में आकर पार्सल खोला तो मुझे बहुत ताज्जुब हुआ कि ये आई फोन किसने भेजा है , मैंने समझ लिया कि ये मोबाइल ज़रूर सम्मू ने मुझे सरप्राइज़ गिफ्ट दिया है


मैंने तुरन्त फोन लगाया और बोली कि मुझे तुम्हारा गिफ्ट बहुत पसंद आया।आई लव यू


सम्मू बोले लेकिन मैंने तुमको क्या गिफ्ट किया है ये तो बताओ


मैं बोली - आई फोन 


सम्मू - नही शुभी मैंने कोई गिफ्ट नही भेजा है और आई फोन की बात कर रही हो अभी तो इतनी सेलरी भी नही है कि  आई फोन मैं तुमको दिला सकूँ


ज़रूर तुमने किसी का पार्सल गलत ले लिया है जो कि तुम्हारे नाम का ही कोई दूसरी भी होगी कॉलोनी में ऐसे ही बातें होती रही फिर फोन कट कर दिया


मैं परेशान थी कि ये किसका हो सकता है मैंने टेलीग्राम खोला तो  एक और सरप्राइज़ मेरा इंतज़ार कर रही थी सनी खान ने मैसेज किया था


लिखा था - शुभी जी उम्मीद है आपको मेरा एक छोटा सा गिफ्ट पसन्द आया होगा ये मैंने तुम्हारे लिए भेजा है अब प्लीज चैट करती रहना और ऑफलाइन मत होइएगा


यानी कि सनी खान ने मुझे वो आई फोन गिफ्ट किया था, मुझे भी सनी खान पर प्यार आयातभी सनी खान ऑनलाइन हुए मैंने उसके मैसेज भेजने से पहले ही hi का मैसेज कर दिया


सनी का रिप्लाय आया पसन्द आया ?


मैं अनजान बन गई पूछा क्या पसन्द आया कुछ देर सनी खान को परेशान किया


फिर बताया कि हाँ मुझे तुम्हारा गिफ्ट मिल चुका हैऔर पसन्द तो आएगा ही जब कोई भी प्यार से कुछ गिफ्ट करता है तो पसन्द क्यों नही आएगा ये तो फिर भी आई फोन था


सनी का उधर से मैसेज आया आई लव यू शुभी मैंने भी एक्सेप्ट कर लिया और जवाब दे दियायह Desi Sex stories in hindi आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


अब मेरा सारा चैट का टाइम सनी खान के साथ चैट करने में ही निकल जाता  और जब सनी खान ऑफलाइन होते तो फिर रोहन या कोमल या ऐसे ही कुछ खास लोगो से चैट करती थी


लोगो के हॉट GIF , हॉट मैसेज करने से मेरी चुलबुलाहट बढ़ रही थी, उधर सम्मू को भी लगभग 2 महीने हो चुके थे सम्मू से जब बात होती तो काम ज़्यादा है कहकर बात खत्म कर देते


वीडियो कॉल पर ज़्यादा से ज़्यादा हम दोनों अपने अपने भूखे अंगों को दिखा कर देखकर तसल्ली करते


सनी को मैंने एक अपनी हॉट फोटो भेजी जिसमे मैं सिर्फ निप्पल्स बंद वाली ब्रा पहने थी और पूरी छाती बाहर निकली थी ब्रा से


सनी खान दीवाना हो चुका था फोटो देखकर, सनी ने मुझे टेलीग्राम पर फोन किया


सनी - शुभी मैं तुमको प्यार करता हूँ। और बुरा मत मानना मैं तुमको पाना भी चाहता हूं!


मैं - सनी


आगे की कहानी : जल्द ही.. 


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