हमारी पारिवारिक सुहागरात भाग 04

Family Desi Sex : "हमारी पारिवारिक सुहागरात भाग 03" में आप सभी ने पढ़ा की कैसे मैंने अपनी Mom की चुदाई की शुरुआत कर दी थी अब जाने कैसे मॉम मेरे से बुरी तरह चुदी तभी बहन ने हमें देख लिया फिर threesome चुदाई शुरू हुई! उसके बाद पापा ने हमें जॉइन किया!


अभी तक आपने पढ़ा :-


मैने अपनी नंगी माँ को बाहों में लिया और बेधड़क उन्हें चूसने लगा, मेरी माँ कान में बोली “जान अब रहा नहीं जाता, मैं प्यासी हूं मेरी प्यास बुझाओ आज।”


मैने एक हाथ से उनकी पैंटी उतारी माँ मेरी गांड़ दबाते हुए मुझे भी नंगा करती चली गई।


फिर मैने उनकी टांगे खोली उनकी चूत महक रही थी, वो गीली हो चुकी थी, मानसी माँ मुंह खोले गर्म आहे भर रही थी।


उनका चेहरा देखते हुए ही मैने उनकी चूत पर लन्ड सहलाया उनकी चूत के छेद को मैं लन्ड से घिस रहा था उनकी आअआआ! करोना जान! मैं मर जाऊंगी


अब आगे :-


इस तड़प से वाली बातों ने मुझे पूरा बहका दिया मैने लन्ड के टोपे को उनकी चूत के मुंह पर रखा और ज़ोर का धक्का लगाया।


उनकी चूत काफी टाइट थी उनकी एक आआह! निकली मैने दोबारा एक धक्का लगाया वो उन्ह्ह्ह! हममम! कर के अपने होठ चबाने लगी।


मैने माँ को गले लगाया फिर चुदाई शुरू करदी मैं ज़ोर से धक्के लगाने लगा।


मैने खूब तेज़ी से लन्ड को अंदर बाहर करना शुरू करा, उनकी दोनों टांगे मैने हवा में ऊपर उठा लिया।


मै खूब रफ्तार में अपनी माँ की चुदाई कर रहा था तभी गड़बड़ हो गई और माँ ने आँखों से रुमाल हटा दिया।


वो मुझे देखकर घबरा गई, उन्होंने गुस्से में बोला “समीर तुम?” मैं डर से रुक गया।


तभी वो बोली रुको मत आह! अपना काम खत्म करो।


मेरी खुशी मेरे लन्ड से छलकी मैने अपनी पूरी ताकत से उन्हें चोदना शुरू करा।


उन्होंने कमरे की सारी लाइट्स जला दी मैने पूछा तो वो बोली मैं अपने बेटे को माँ चोदते हुए देखना चाहती हूं।


वो भी मेरा साथ दे रही थी,मेरी मोम अआआह! ओहद्ह! हमममम समीर आआह!


आआह और ज़ोर से आहआह! बेटा तुम तो अपने बाप से भी बड़े खिलाड़ी हो कहने लगी।


आधा घंटा मस्त धक्कपेल चुदाई के बाद माँ झड़ गई लेकिन मेरी एक बूंद भी नहीं निकली मैने दो गोलियां खाई थी जिनका असर अभी आधा भी नहीं उतरा था।


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मैने गांड़ मारने को बोला लेकिन वो बोली “2 मिनट रुक जाओ प्लीज़”, मैने उनको कहा के “मैं पानी लेकर आता हूं।”


मैं कमरे से निकलने लगा तो देखा रूपाली भी दरवाज़े पर खड़ी अपनी चूत सहला रही थी, उसकी आँखें बंद थी मैं समझ गया के इसने सब देख लिया है।


वो सिर्फ पैंटी और ब्रा में थी उसके चूंचे बहुत खूबसूरत लग रहे थे।


अंदर माँ नंगी लेटी थी बाहर उनकी बेटी और मेरी ने बहन अधनंगी मेरे सामने चूत मसल रही थी। 


मैने अपने होठ दबाए फिर उसकी चूत मसलने वाले हाथ पर अपने हाथ को रख दिया।


उसने घबरा कर आँखें खोली और मुझे चिढ़ भरी नज़र से देखने लगी लेकिन उसकी सांसों से वासना भरी महक आ रही थी।


मैं अपने घुटनों पर बैठ गया फिर मैने उसकी पैंटी उतार दी, रूपाली की चूत गीली थी।


उसे जब मैने छुआ तो रूपाली के मुंह से आसाअ! की आवाज़ निकली, मैने रूपाली की चूत को चूम लिया।


उसकी चूत से मीठा रस निकल रहा था। वो मुझे भूखी नज़रों से देखने लगी। ये Incest Desi Sex Story आप GaramKahani.com पर पढ़ रहे हो।


मैं खड़ा हुआ मेरा लन्ड अभी भी तना हुआ था मैने उसके गालों को पकड़कर होठों को होठों से मिला दिया। रूपाली ने मेरी कमर पकड़ी और मुझे अपनी तरफ खींच कर होठ चूसने लगी।


मैने उसके गले को चूमना शुरू करा उसने मेरे गाल काटने चालू कर दिए, हमारे उम्म्म्हन्हं! आयाअम्म! ओहम! की आवाज़ें बाहर घूम रही थी


मैने अपनी बहन को गोद में उठाया और दीवार से लगाकर लन्ड को उसकी चूत में चढ़ा दिया।


उसकी मस्त गर्म अआआह! निकली मैं उसे उछालकर चोदने लगा, उसने दोनों हाथों को मेरे गले में बांध कर मस्ती से अपनी चुदाई कराई हम भूल गए थे के एक कमरे में हमारी माँ लेटी है और दूसरे में बाप।


उसके मुंह से आआह! ओह! समीर और तेज़ आआह!


हमममम! Yes आआह! Fuck me! समीर उफ्फ!


की मादक सिसकियां मुझे जोश दिला रही थी।


मेरे मुंह से भी ओहद्ह! रूपाली तुम तुम्हारी माँ दोनों मस्त माल हो ओह! रूपाली अआआह!


मैने उसकी ब्रा उतार कर नंगा करा उसकी मस्त चूंची चोदते हुए मेरे चेहरे पर लग रही थी।


हमने अपने होठ फिर से मिलाए और बेखौफ चुदाई का मज़ा लेते रहे। 


अभी जब मैं आपके लिए कहानी लिख रहा हूं तो मेरी बहन रूपाली मेरा लन्ड चूस रही है उफ्फफ ये बहुत शरारती है, मुझे चूत चूसने के लिए बोल रही है तो आगे की कहानी ये सुनाएगी मैं इसकी चूत का रस पीने जरा हूं आगाह!


हाय मेरे दोस्तों मेरे भाई समीर को मैने अपनी चूत में फसाया हुआ है तो यहां से कहानी में आगे बताऊंगी।


समीर का लन्ड जब मेरी चूत में था और मैं दीवार से टिकी उसकी गोद में थी तो मेरा तन बदन हवस में जल रहा था, मेरी ओह! भाई और तेज़ आआह!


हमममम! Yes आआह! Fuck me! भाई उफ्फ!


रोके नहीं रुक रही थी। ये incent family की bhai behan ki xxx desi sex story आप GaramKahani.com पर पढ़ रहे है।


अचानक मुझे मेरी गांड़ पर 2 हाथ महसूस हुए मैने वासना में पलट कर देखा तो राजेश पापा पीछे खड़े थे। 


मेरा बाप मेरे पीछे था मेरी चूत में भाई का लन्ड था और मैं खुद हवा में थी, मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई, मैने बड़ी आँखें करते हुए उन्हें देखा लेकिन समीर को जैसे कोई फर्क ही नहीं पड़ा वो बस मुझे चोदे जा रहा था।


पापा मुस्कुराते हुए मेरे करीब आए और मेरी गर्दन चूमने लगे आगे समीर भाई मेरी चूंची पीने लगा पीछे पापा जी मेरी गर्दन चूमते हुए मेरी गांड़ पर लन्ड घिस रहे थे।


मेरी नादान जवानी दो मूसल फौलाद जैसे लन्ड के बीच में थी, पापा ने मेरी पीठ चूमी और अपने लन्ड को मेरी गांड़ के छेद पर सेट करा।


मुझे फिर से नशा चढ़ने लगा था। पापा ने पीछे से अपना फौलाद वाली पर थूक लगाया और मेरी गांड़ में लगाकर ज़ोर का धक्का लगाया।


मेरी तेज़ी से आअआआअह! माँ आह! की आवाज़ निकल गई मेरी कुंवारी चूत लग रहा था आज ही फट जाएगी।


वो बाप बेटे मुझे आगे पीछे से चोद रहे थे।


मैं बीच में लटकी थी मैने अपनी बहे अपने भाई समीर के गले में डाल रखी थी और पीछे से पापा के ऊपर टिकी हुई थी, मेरी चूत और गांड़ दोनों में गोपाघप लन्ड के धक्के लग रहे थे।


मैने अपने होश खो दिए मैं बुरी तरह अआआह! आआह! ओह माँ तेरी बेटी मरी आह्ह्य!


मुझे असीम सुख मिल रहा था आआह! हमममम! उज्ज्फ! चोदो! चोदो मुझे फाड़ दो मेरी अआआह! जहाजअम्म्म! हिन्हाफ! अआआह माँ ओह! कहते हुए मैं बडबडा रही थी। दो लन्ड एक साथ मेरे अंदर बाहर हो रहे थे।


मेरी आँखें बंद थी, मुझे बिल्कुल होश नहीं था मेरे साथ क्या हो रहा है। 


फिर मेरे होठों को किसी ने अपने होठों में लेकर चूसा मेरी चूत झड़ गई थी। लेकिन वो दोनों लगे पड़े थे मुझे अब दर्द बढ़ता महसूस हुआ।


मैने उनको रोकने के लिए आँखें खोली तो मेरी मानसी मोम मेरे होठों को चूस रही थी।


उनके दोनों हाथ मेरी चूत ओर गांड़ में घुसे लन्ड को सहला रहे थे। मुझे नहीं पता चला की ये कैसे हुआ लेकिन मेरे भाग्य ने मुझे पारिवारिक चुदाई भोगने का मौका दे दिया।


मोम ने मुझे छोड़ कर पापा के होठों को चूमना शुरू करा फिर उन्होंने भाई के होठों को चूमा वो बिल्कुल नंगी मेरे सामने खड़ी थी।


भाई ने मुझे नीचे उतारा पूरा परिवार नंगा एक साथ खड़ा था भाई मेरा फोन लिया और सबने पारिवारिक सुहागरात की फैमिली फोटो ली।


उसके बाद भाई ने मुझे गोद में लिया पापा ने मोम को अपनी गोदी में उठाया और दोनों हमें उठाकर कमरे में ले आए सीधा 


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भाई और पापा ने एक दूसरे को देखा फिर आपस में जगह बदली पापा मोम के ऊपर चढ़े भाई मेरे ऊपर चढ़ गया मुझे हैरानी थी की उसका लन्ड अभी भी सख्ती से खड़ा हैं।


उन्होंने हमारी टांगे पकड़कर पलटा और हमारे पीछे से चूत में लन्ड डाल दिया।


हमारी आह आह! ओहद्ह आगाह भाई! आगाह राजेश ओह


आह आह! ओहद्ह आगाह! ओह चोदो।


आआह ज़ोर से अआह ओह !ओ माँ मर गई आह!


आगाह भाई! ओहद्ह आगाह! ओह ज़ोर से चोदो।


आआह ज़ोर से अआह


ओह बेटी हमममम! हमारा परिवार पूरा हो गया उफ्फ आह!


आगाह राजेश ओह


आह आह! ओहद्ह आगाह बेटा! ओह चोदो।


की गूंज से माहौल नशीला हो गया।


सुबह तक ये पारिवारिक सुहागरात चलती रही। कभी भाई मुझे चोदता तो कभी पापा मेरी चुदाई करते, कभी मोम की चूत में भाई लन्ड होता कभी उनकी गांड़ पापा बजा देते।


मेरी भी अपनी मोम की चूत चाटने की इच्छा पूरी हो गई।


और इसी तरह एक दूसरे को प्यार करते करते हम चारों ने अपने चरमसुख को पा लिया और कहानी खत्म होते होते मैं और भाई भी अपने चरमसुख को पा चुके है।


तो दोस्तों कैसे लगी हमारी पारिवारिक सुहागरात की दास्तां? और क्या आप इसके आगे की सीरीज भी चाहते है? कॉमेंट और रिएक्शन बटन के जरिए जरूर बताए!


धन्यवाद!!


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Ghar par akeli hu koi h jo meri chut ka pani nikal de
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Parivarik chudai sbse safe chudai ka rasta hai.