चार पतियों का पत्नियों साथ 'स्वैपिंग' का खेल! Group Sex

Wife Swap Group Sex Story : कैसे मेरे पति ने अपने नए अमीर दोस्तों के साथ नए जगह में हम 3 पत्नियों का 4 पतियों के साथ Swapping करके Group Sex का मजा लिए, और हम दुल्हनों की बुर को भोंसड़ा बनाया!  


हैल्लो प्यारे प्यारे बुर चोद कर, भोसड़ा बनाने वाले साथियों कैसे हैं आप लोग


मुझे मालूम है कि आप सभी लोग, मेरी वड़ापाव जैसी फूली हुई गद्देदार बुर को किसी भी क़ीमत पर चोदना चाहते है, मेरी चूत का जूस पीना चाहते हैं!


मेरी बड़ी और गोल मटोल चूचियों का सारा  रस निचोड़कर पी जाना चाहते हैं,और मेरी गोल मटोल चूची को मसल मसल कर दबाना चाहते हैं!


मेरी गोल मटोल चूचियों को अपने अपने हाथों से मींजना चाहते हैं! अपने अपने भड़कते कड़कते, फंफनाते लन्ड से मेरी बुर को चोदने की जोरदार ख्वाहिश है।


बहुत लोग तो जो मुझे यहां Garamakahani.com पर पढ़ते है या मेरे टेलीग्राम चैनल - @SandhyaSharmaSs पर जॉइन हैं, वो तो मुझे सपनों में ही चोदे डाल रहे होंगे।


मेरी बड़ी बड़ी गोल मटोल चूचियों का रस सपने में ही निचोड़ कर पी रहे होंगे 


ऐसे सभी पाठकों , और मेरे टेलीग्राम चैनल पर जुड़े सब्सक्राइबरों का , शुभी की गद्देदार , वड़ापाव जैसी फूली हुई बुर का जोरदार स्वागत है।


आप सभी लोगो ने मेरी पिछली कहानी ( सम्मू के लन्ड से चुदी शुभी की बुर हुई तहस नहस ) में पढ़ा की सम्मू अपनी बैंक जॉब से बाहर दूसरे शहर में ट्रांसफर हो जाते हैं।


और जाने से पहले वो मेरी बुर को इतना चोदते है और इतनी गाँड़ मारते है कि मुझे कई हफ़्तों तक दर्द जलन और तकलीफ होती है, फिर डॉक्टर को दिखाकर दवा लेती हूं तब जाकर आराम मिलता है 


उसमे ये भी पढ़ा होगा कि मेरा एक नया , टेलीग्राम दोस्त बनता है जिसकी एज 40 होगी, और वो मेरी हॉट फोटो को देखकर मेरे साथ अपनी दिन या रात या कुछ पल बिताना चाहता है 


मैंने उससे मिलने का और अपने घर बुलाने का उसको टाइम भी दिया था 


लेकिन फिर सम्मू को दूसरे नए शहर में, एक अच्छी कॉलोनी में बढ़िया से मकान किराए पर मिल जाता है , और सम्मू अपने किसी दोस्त की गाड़ी से आते है और सारा सामान और मुझे लेकर नए शहर चले जाते हैं। 


लेखक के तरफ से कुछ सुझाव :


सभी लेडीज़/जेंट्स पाठक ये भी ध्यान रखें कि मेन्स का प्राइवेट पार्ट यदि साढ़े तीन से 4 इंच का भी है , और टाइमिंग अच्छी है तो औरत फुल सन्तुष्ट हो जाती है


इसमे साइज का कोई महत्व नही है , सेक्सी कहानियों में जो 7-8-10 इंच का टूल होता है वो सिर्फ कल्पना होती है।


ज्यादातर कहानियों में जो स्लैंग लैंग्वेज ( लन्ड, लौड़ा,बुर,चूत, चूची ,मम्मे, घुंडी,चूचे ) इस्तेमाल होती है वो सिर्फ मनोरंजन बढ़ाने के लिए होती है।


प्राकृतिक तरीके से सेक्स करना सबसे बेहतर और सेहत के लिए अच्छा होता है , अप्राकृतिक तरीको से बचे धन्यवाद!


डिस्क्लेमर :-  वाइफ /हसबैंड स्वैपिंग कानूनन/कुदरतन अपराध है, यदि कोई व्यक्ति अपनी बीवी/गर्लफ्रेंड के साथ ऐसा करता है, तो वो उसे अपराध की सज़ा का स्वंय हकदार होगा Garamkahani.com के सम्पादक या ओनर या लेखक/लेखिका की कोई ज़िम्मेदारी नही होगी


अब आगे की कहानी :


यहां पर मैं उस नए शहर का नाम नही लिखूंगी, उस शहर में, उस कॉलोनी में बहुत अच्छे अच्छे लोग थे, सभी लोग या तो अपने जॉब से या अपने बिजनेस से जुड़े थे


लेकिन धीरे धीरे हम लोगो की एक दूसरे से दोस्ती होती है , कॉलोनी के लोगो से , और हम लोगो का और कॉलोनी के लोगो का एक दूसरे के यहां आना जाना हो जाता है।


जब भी छुट्टी होती यानी सन्डे को या उसके अलावा तो हम लोग एक दूसरे के यहां आ जाकर इंजॉय करते गपशप करते।


इस तरह से कॉलोनी में अच्छी खासी पहचान हो गई थी, और बैंक में भी सम्मू की दोस्ती बैंक के लोगो के अलावा जो डिपॉजिटर थे उनसे भी हो गई थी।


इस तरह से कॉलोनी के अलावा बैंक के लोगो से सम्मू की दोस्ती होने से , सम्मू के दोस्त हमारे घरों पर आते थे , और हम लोग उन लोगो के घरों पर जाते थे


सम्मू के तीन दोस्त जो बहुत ही पक्के थे , और वो तीनो कोई न कोई बिज़नेस या कम्पनी के ओनर थे 


उन सभी तीनो दोस्तो की शादियां भी हो गई थी और उनकी बीवियां भी बहुत खूबसूरत और गोरी चिट्टी थी, किसी को बच्चे थे किसी को नही


जिसमे से चारो के नाम यूं थे


1 - सम्मू और मैं यानी शुभी


2 - विवेक , पत्नी विद्या


3 - सुखबीर पत्नी सिमरन


4 - नकी था लेकिन उसकी पत्नी का नाम किसी को नही मालूम था, क्योंकि उसने बताया हुआ था कि उसकी पत्नी उसके बड़े लन्ड की वजह से उसको छोड़कर चली गई है 


नकी ही उन सबमे सबसे अमीर था और विरासत से ही अमीर था , जिसकी गाड़ी लेकर सम्मू मुझे लेने गए थे, इनमें से सभी लोग, सिर्फ नकी को छोड़कर मेरे घर आते थे अपनी बीवियों के साथ भी और अकेले सम्मू के साथ भी।


मैं और सम्मू भी उन लोगो के यहां खूब आते जाते थे , जिससे हम लोगो के बीच मे कोई भी बात सीक्रेट नही रहती थी 


सभी लोग अपनी बातें, बिज़नेस,या कम्पनी या जॉब से सम्बंधित शेयर करते थे , यहां तक कि हम लोग इतना ओपन हो गए थे सभी फैमिली की अब पर्सनल बातें यानी सेक्स की बातें भी सभी लोग खुलकर किया करते थे


कौन सी स्टाइल अच्छी होती है , मज़ा किसमे ज़्यादा आता है , किस अंग को चूमने या चुसने या चाटने से किसको कितना मज़ा आता है, सब बातें शेयर होने लगीं


हम लोग आपस की बातें सुनते मज़े लेते और इंजॉय करते 


उसी में नकी की बाते भी होती, नकी नही होता लेकिन सभी लोग नकी की बातें करते और खूब हंसते मज़े लेते इंजॉय करते।


हम 4 औरते भी नकी की बाते अपने हसबैंड से सुनती तो मज़ा आता और हंसती थी 


जिसमे से चारो दोस्त सबसे ज़्यादा नकी की सेक्स लाइफ पर बाते करते थे कि कैसे बेचारा अपनी बीवी के बिना रहता होगा? कैसे उसकी रातें और दिन कटते होंगे?


इस तरह हम सबको लगता कि नकी न होते हुए भी हम लोगो के साथ ही मौजूद है 


हम सभी इतना खुल गए थे कि विवेक कभी मेरी कमर में हाथ डाल देते या मेरे कंधों पर हाथ रखकर बतियाते , कभी सुखवीर, और सम्मू तो थे ही।


ऐसे ही सम्मू भी मेरे ही सामने कभी विद्या को बाँहों में भर लेते कभी सिमरन को , कभी मुझे ही बाँहों में भरकर , मेरे होंठो को सभी के सामने चूमते!


अब आगे बढ़ते है


मज़ा तभी आएगा जब एक एक बात क्लियर होगी , सबका नाम आप लोग जानेंगे, काम जानेंगे तभी मज़ा आता है स्टोरी पढ़ने का! ये Group Sex Wife Swaping Sex Story आप Garamkahani.com पर पढ़ रहे हैं


जिसमे से सुखबीर को एक बच्चा था , जो कि अभी 3-4 माह का ही होगा लेकिन हम लोग इंजॉय भरपूर कर रहे थे।


लेकिन एक बात मुझे समझ मे नही आ रही थी की हमें यहां आए हुए 2 मन्थ से भी ज़्यादा हो चुके थे , लेकिन सम्मू ने मुंझे सभी तक इस नए मकान में एक बार भी नही चोदा था।


जब मैंने चुदने की कोशिश भी की तो सम्मू कभी सर दर्द है, वर्क ज़्यादा है , या  और कोई बहाना बना देते थे।


सभी दोस्तों के साथ हंसी मजाक, और तरह की बातों से मन मे बुर चुदाने की हलचल हो रही थी , बहुत दिन , बल्कि यूं कि 2 मन्थ से भी ज़्यादा हो गए थे तो न तो बुर चुदी थी न तो  चूची की दबाई और चुसाई हुई थी।


जब भी सम्मू के कोई दोस्त या सम्मू ही अपना हाथ बदन पर रखते तो रोंगटे खड़े हो जाते थे, लेकिन सम्मू बुर चोदने के लिए कोई रेस्पॉन्स ही नही दे रहे थे।


मैंने कई बार पूछने की कोशिश की भी तो सम्मू ने कुछ बताया भी नही!


मैंने सम्मू को अपनी तड़पती हुई 2 माह से बिना चुदी बुर के बारे में बताया तो सम्मू टाल देते थे, एक दिन मैंने कहा सम्मू, अगर तुमने मुझे चोदा नही तो मैं तुम्हारे दोस्तो से चुद जाऊंगी!


सम्मू बोले, नही डार्लिंग तुम मेरे किसी दोस्त से नही चुदोगी बल्कि मेरे कोई दोस्त तुम्हे नही चोदेंगे!


क्यों ? मैंने पूछा 


सम्मू , बस यूं ही मेरी जान 


मैं - तो ठीक है मैं अपने किसी टेलीग्राम दोस्त को बुलाती हूँ , तब तो मेरे दोस्त मुझे चोद देंगे 


सम्मू - ऐसा कर सकती हो , लेकिन ध्यान रहे ये नई जगह, नया शहर , नए लोग है, तुम जो कुछ भी करना बहुत सोच समझकर ही करना! सम्मू ने मुझे समझाने की कोशिश की 


तो मैं बोली- तुम क्यों नही समझते फिर मेरे बदन में अब तड़प उठ रही है  और तुम चोदते नही , तो मैं क्या करूँ?


सम्मू - थोड़ा सा वर्क का बोझ हटने दो फिर , तुमको तुम्हारी ख्वाहिश के हिसाब से चोद दिया जाएगा 


मैं - क्या मतलब


क्या तुम अपने दोस्तों से मुझे चुदाओगे


अभी तो तुम मना कर रहे थे फिर?


नही जाने मन , सम्मू बोले मैं ही तुम्हे चोदूँगा!


मैंने मोबाइल उठाया और टेलीग्राम को खोला, जो कि नए शहर में आने का बाद खोला था , उसमे न जाने कितने ही msg , टेलीग्राम पर न जाने कितने ही फोन पड़े थे।


मैंने सनी खान का चैट नही खोला , और दूसरे सभी आये हुए msg पढ़ने लगी, हर कोई msg में मुझे चोद रहा था, ऐसी ऐसी GIF पड़ी हुई थी , उन को देखकर बदन में चींटियां रेंगने नही बल्कि दौड़ने लगीं।


मेरी सांसे उन लोगो के MSG और भेजी हुई वीडियो या GIF को देखकर गर्म होने लगीं, मैंने सबके चैट को बंद किया और सनी खान का चैट खोला।


उसमे बहुत से MSG पड़े थे लाइन से , हर दिन का बहुत MSG हर दिन के बहुत से टेलीग्राम पर फोन थे मैंने एक एक MSG पढ़ना शुरू किया।


सनी खान के MSG में तड़प बहुत थी, मुझसे मिलने की , मेरे साथ वक़्त गुजारने के लिए मिन्नते थी, उसने ये भी लिखा था 


“माई डिअर तुमने मुझे जिस दिन जिस तारीख को बुलाया था, मैं तुम्हारे घर पहुंचा, ढेर सारा गिफ्ट लेकर गया था, न जाने कितने अरमान सजाए थे, लेकिन तुम्हारे घर पर ताला लगा था!”


“मैंने उस दिन सारा दिन वेट किया , लेकिन तुम शाम तक भी नही आई थी , इसलिए मैं वापस आ गया तुम कहाँ चली गई हो? तुम कहाँ हो? प्लीज , प्लीज एक बार मुझसे मिल लो , मुझको टाइम दे दो प्लीज शुभी प्लीज!”


मैं अभी MSG पढ़ ही रही थी कि सनी खान ऑनलाइन हो गया, उसने तुरंत MSG किया 


“कहाँ थी तुम ? मैंने तुम्हारे लिए कितना इंतज़ार किया है, प्लीज बताओ न कुछ तो बोलो, क्या तबियत खराब थी?”


मैंने उससे चैटिंग शुरू की बाते हुई और उसको बताया कि मैंने अपने शहर को छोड़ दिया है, और इस वक़्त दूसरे शहर में हूँ , लेकिन मैंने उसको भी नए शहर का नाम नही बताया!


मैंने पूछा - कैसी कट रही है रात आपकी सनी जी 


सनी- क्या बताऊँ , बस लन्ड हिलाता रहता हूँ और क्या , तुमने तो मुझे मौका ही नही दिया खुद को छूने का भोगने का कूटने का।


मैं - प्लीज सनी 


अब शिकायत मत करो , मैंने आपको कहा है न कि मैं आपको रात बिताने का वक़्त भी दूँगी, मौका भी दूँगी, लेकिन अब थोड़ा टाइम लगेगा , फिर जब तुमको मौका मिलेगा जो मर्ज़ी हो करना। 


सच में ? सनी ने पूछा 


हां - मैंने कहा “सच मे जो मर्ज़ी होगी वो तुम्हारे साथ करूँगा!” सनी ताज्जुब से बोले 


तो मैंने कहा -  हां सच मे।


तब तो मैं सबसे पहले तुम्हारे बदन को नँगा करके देखूंगा , सनी खान ने आगे कहा


और तुमको मैं बाँहों में भरकर बगल में लिटाकर लेटा रहूंगा, उसके बाद कहीं मैं तुम्हारी इन गोल मटोल चूचियों का रस पियूँगा फिर बाद में चोदूँगा।


सनी खान के चैट में मुझे चोदने की बहुत ललक थी, इस तरह से अब सनी खान से और दूसरे लोगो से चैट फिर शुरू हो गई।


एक दिन सम्मू बोले - शुभी ये बताओ कि मेरे सभी दोस्तों ने एक प्लान बनाया है।


क्या ? मैंने पूछा 


 सम्मू - दोस्तों में विवेक, सुखबीर, मैं, और नकी सब लोग नकी के फार्म हाउस चलेंगे और


वही पार्टी होगी , वहीं पर सब लोग एक दूसरे की बीवियां चोदेंगे यानी कि वाइफ स्वैपिंग होगी , अब तुम बताओ क्या तैयार हो ? सम्मू ने मुझसे पूछा 


तो मैंने कहा - क्या उन सबकी बीवियां भी एक दूसरे से चुदने के लिए तैयार है!


सम्मू - हां , सब तैयार है , लेकिन मैंने तुमसे पूछना ज़रूरी समझा 


मैं - तो ठीक है  मैं भी तैयार हूँ, लेकिन एक बात तो बताओ 


क्या ? सम्मू ने पूछा 


मैं बोली - क्या वहां पर नकी भी होगा 


सम्मू ने कहा - हां , उसी का फार्म हाउस है , उसी का प्लान है , और वो भी होगा साथ मे 


मैं - नकी की बीवी तो है नही फिर


मैंने खुद ही कहा - क्या वो सबकी बीवियों को चोदेगा


हाँ - सम्मू बोले , नकी पहले भी बता चुका है कि उसकी बीवी उसके बड़े लन्ड की वजह से उसको छोड़कर चली गई थी!


मैं - तब तो वो जब खुद कह रहा है कि उसकी बीवी उसका लन्ड बड़ा होने से छोड़ गई है , तो दूसरी औरत उसके बड़े लन्ड से कैसे चुदायेगी?


सम्मू - अरे देखा जाएगा यार , कहीं तुम अकेली थोड़ी ही नही हो, विवेक की बीवी विद्या भी तो है , सुखबीर की बीवी सिमरन भी तो होगी 


में - हाँ ये भी है , तो कब तक चलना है वाइफ स्वैप या हसबैंड स्वैप के लिए मेरी जान!


आगे की कहानी - "चार पतियों का पत्नियों साथ 'स्वैपिंग' का खेल 02"


Share This Story :  


यह कहानी आपको कैसी लगी?

❤️ Love 0
😍 Wow 0
😂 Funny 0
😢 Sad 0
😡 Angry 0
👏 Clap 0

💬 Leave a Comment :-

📝 Comments :

Aurat jb group me chudai kr ke raand ban jaati h fir koi ekka dugga loda uuse sukh nhi de sakta.