सासु माँ और बीवी दोनों को एक साथ चोदा 01

Antarvasna Family Sex Story : आज आप मेरी और मेरी पत्नी वैशाली की सुहागरात की रात की New Wife चुदाई कहानी सुनिए, और साथ ही में मेरी सासु माँ के साथ Threesome चुदाई की कहानी पढे..


मैं रवि एक बार फिर आप लोगों के लिए अपनी सेक्स कहानी लेकर आया हूं।


आज आप मेरी और मेरी पत्नी कामिनी की सुहागरात की रात की New Family Sex Story सुनिए।


कामिनी कमरे में मेरा इंतजार कर रही थी। मैं रूम में गया तो कामिनी लाल साड़ी में घूंघट ओढ़ कर बैठी थी।


मैंने उसका घूंघट उठाया और एक बार को तो उसे देखता ही रह गया। क्या माल लग रही थी वह … जैसे मेरे लिए कोई अप्सरा धरती पर उतर आई हो।


उसने मुझे दूध का गिलास दिया और मैं उसे देखते हुए पूरा गिलास पी गया। वह भी कुछ नहीं बोली, बस मुस्कुराती रही।


कामिनी का 30-28-32 वाला फिगर तो मैं आप लोगों को बताना ही भूल गया। क्या कांटा माल लग रही थी वह … जो कोई भी उसे देखे, तो बस देखता ही रहे और उसका हाथ सीधा खुद के लंड पर चला जाए।


कामिनी की एकदम मस्त मोटी गांड देख कर सच में मेरा दिल खुश हो गया था।


मैंने कामिनी को खींचा और उसके होंठों पर किस करना चालू कर दिया।


वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। जल्द ही हम दोनों फुल मूड में आ गए थे।


धीरे धीरे मैं उसकी साड़ी ब्लाउज पेटीकोट उतारने लगा और उसे टू पीस में कर दिया। काले रंग की ब्रा और पैंटी में वह गजब का आइटम लग रही थी।


उसने भी मेरी तरफ देखा और मेरी शर्ट पैंट को उतार दिया। अब मैं सिर्फ चड्डी में था।


आगे बढ़ कर मैंने उसे बांहों में लेकर लिटा दिया। उसका एकदम मक्खन सा चिकना और मुलायम बदन मेरे आगोश में था।


मैं उसके हर एक अंग को चाटने लगा, पांव से लेकर माथे तक किस किया और उसकी ब्रा पैंटी को भी उतार दी, उसे पूरी नंगी कर दिया। वह एकदम कच्ची कली जैसा माल लग रही थी।


मैंने उसकी चूत के ऊपर हाथ फेरा। आह … एकदम क्लीन करके आई थी। चूत पर एक भी बाल नहीं था। मुझसे रहा न गया और मैं उसकी चूत चाटने लगा।


कामिनी अपनी चूत चटवाने में पहले तो सिहर रही थी और मुझे हटा रही थी। मगर मैं लगा रहा तो वह आह आह करने लगी थी। यह XXX Family Hindi Sex Story आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


कुछ ही देर में उसे भी चूत चटवाने में मजा आने लगा था और वह भी टांगें फैला कर चूत चुसवा रही थी। मैंने काफी देर तक उसकी चूत चाटी और जब उसने पानी छोड़ दिया, तो मैं पूरा पानी पी गया। एकदम नमकीन रस लगा।


अब कामिनी ने मेरी चड्डी उतार दी और मेरा लंड देख कर चौंक गई। कामिनी की आंखें फैल गईं और उसके मुँह से निकल गया- उई मां … इतना बड़ा!


मैं अपने नए मित्रों को बताना भूल गया कि मेरा लंड काफी बड़ा है। जब ये किसी भी लड़की या औरत की चूत में घुसता है तो चूत को फाड़ कर रख देता है। रंडियां भी मेरे लौड़े से एक बार हिल जाती हैं।


कामिनी मेरे लौड़े को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी और मेरे कहने पर उसने लंड को मुँह में ले लिया। वह बड़ा ही मस्त लंड चूस रही थी, साली एकदम रांड लग रही थी, पूरा गले तक लंड ले रही थी।


मैं समझ गया कि ये साली चुदाई की खिलाड़िन है।


उसके लौड़े चूसने के अंदाज से मेरे मुँह से ‘उम्म्म अह्ह्ह …’ की आवाजें निकलने लगी थीं। मैंने भी अति उत्तेजित होकर उसके गले में पूरा लवड़ा ठूंस दिया।


थोड़ी देर में मेरे लंड ने कामिनी के मुँह में पानी छोड़ दिया। आधा पानी उसके कंठ से अन्दर चला गया और आधा पानी मैंने उसके चूचों के ऊपर डाल दिया।


अब हम दोनों एक दूसरे से बात करने लगे।


मैं- कामिनी तुमने कभी सेक्स किया है!


कामिनी- नहीं।


मैं- सच बोलो, जो होना था वह तो हो ही चुका है। वह तुम्हारा भूतकाल था जो बीत गया है। मुझे उससे कोई प्रॉब्लम नहीं है। अगर तुम बताना नहीं चाहती हो तो कोई बात नहीं।


कामिनी- हां … मेरा चक्कर था, पर हमने कभी सेक्स नहीं किया था। वह और कोई नहीं, आपके मामा का लड़का सागर था, उसके साथ मेरी दोस्ती थी।


मैं- मतलब तुम्हारा चक्कर था। क्या क्या उसके साथ … और चक्कर अभी भी है या नहीं!


कामिनी- हम दोनों ने किस किए थे और कपड़ों के ऊपर ऊपर से ही एक दूसरे को छुआ था।


मैं उसके साथ सेक्स करना चाहती थी, पर कोई जगह ही नहीं मिल रही थी। इसलिए नहीं कर पाए। अब कभी कभार ही उससे बात करती हूँ।


और आपका था किसी के साथ?


मैं- एक कॉलेज में जीएफ थी। उसी के साथ दो बार सेक्स किया था।


कामिनी- ओके।


इसी तरह की बातों के चलते मैं और कामिनी फिर से मस्ती करने लगे। हम दोनों वापस किस करने लगे और एक दूसरे को गर्म करने लगे।


मैं फिर से उसकी चूत चाटने लगा। उसने भी मेरा लंड चाट कर फुल कड़क कर दिया।


मैंने पोज बनाया और धीरे धीरे कामिनी की चूत में लंड डालने लगा।


कामिनी सिसकारी भरने लगी- ओहहह जानू क्या लंड है आपका … आह बिल्कुल लोहे की रॉड घुसा दी है आआह!


कुछ देर बाद मेरी बीवी की आवाज बदल गई- आह उम्म्मा उम्म्म मजा आ रहा है … आह जरा जोर से!


मेरा पूरा लौड़ा चूत में खपाखप अन्दर बाहर होने लगा था। मैं उसे किस किए जा रहा था।


पूरे कमरे में हमारी दोनों की चुदाई आवाजें आ रही थीं ‘ओह्ह्ह आआह्ह उम्म…’


मेरी वाइफ कामिनी ने अपनी दोनों टांगें हवा में उठा दी थीं और वह मस्त बड़बड़ा रही थी- आआह जानू … क्या लंड है … आह आह आप बस चोदो मुझे … मेरी चूत फाड़ कर रख दो …। आह आह आह जोर से और जोर से!


उसने अपना पानी छोड़ दिया और मुझे कसके पकड़ लिया। पर मैं उसे चोदे जा रहा था। यह Antarvasna Desi Sex Story आप गरम कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।


थोड़ी देर में ही वह वापस मूड में आ गई और हम दोनों का लंबा राउंड चला। फिर मैंने उसके पेट के ऊपर ही पानी निकाल दिया।


मैंने देखा कि कामिनी की चूत पर खून के दाग नहीं थे।


मैंने पूछा- तुम तो सील पैक थीं, तो तुम्हारा खून क्यों नहीं निकला?


कामिनी- हां, मैंने आपसे झूठ बोला था। मेरी सील सागर ने तोड़ी थी और मैं उससे 2 साल से चुदाई करवा रही हूँ।


मैं- अरे तो जब मैंने पूछा, तो झूठ क्यों बोला … क्या कारण था?


कामिनी- मुझे लगा कि मैं आपको सच बता दूँगी … तो आप मुझे छोड़ न दें। इसलिए सॉरी, मैंने आपको बताया नहीं।


मैं- ओके मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है। बस तुम खुश हो न, वही मेरे लिए मायने रखता है।


कामिनी- पक्का आप नाराज नहीं हो!


मैं- हां बाबा नहीं हूँ। मैं तुम्हें हर बात की छूट देता हूँ … तुम्हें जो अच्छा लगे, वह करो। मुझे कोई ऐतराज नहीं है तुम किसी भी साथ चुदवा सकती हो। बस मुझे भी किसी के भी साथ सेक्स करने पर मत टोकना।


कामिनी- ओके थैंक्स, आप कितने अच्छे हैं!


मैं- हां मैंने भी तुमसे इसी डर की वजह से एक राज छुपाया है। मैंने भी तुम्हारी चाची सुहानी के साथ चुदाई की है।


कामिनी- ओह, ये बात मुझे पता है। मैंने आप दोनों को देखा था,  एक दिन आप दोनों हमारे घर के पास वाली गली में एक दूसरे से किस कर रहे थे।


मैं- ओह हां, पर तुमने तो मुझे कभी कहा नहीं?


कामिनी- मैं आपके मुँह से सुनना चाहती थी, पर आपने कुछ नहीं कहा और मैं चाची का फोन हर दिन देखने लगी, आप लोगों ने होटल में जाकर भी चुदाई की थी।


वह सारी बातें मैंने मोबाइल में देखा था। सारे मैसेज और फोटो देखी थीं।


पहले तो मुझे आप पर गुस्सा आया था, पर बाद में पता नहीं, यही सब बातें सोच रही थी। काफी दिनों से मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। ऐसे में सागर मुझपर लाइन मारता था।


एक दिन उसने प्रपोज कर दिया और मैंने भी हां कर दी। मैंने सोचा कि आप भी मौज करते हो तो मैं भी करूंगी।


दोस्तो कामिनी और सागर की चुदाई फिर कभी आपको बताऊंगा।


मैं- तुम्हें कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना … मैं तुम्हारी चाची की चुदाई करूं तो?


कामिनी- हां, पर मेरी एक शर्त है!


मैं- बोलो?


कामिनी- मैं भी सागर से चुदाई करवाती रहूंगी।


मैं- हां, तुमको जो अच्छा लगे सो करो और मुझे जो अच्छा लगे, वह मैं करूंगा।


कामिनी- हां … मैं आपके साथ थ्रीसम सेक्स करना चाहती हूँ। आप, मैं और सागर … बोलो क्या बोलते हो?


मैं- हां, मैं भी थ्रीसम करूंगा। पर मैं तुमको और सुहानी को साथ पेलूँगा!


कामिनी- ओके।


उस रात कामिनी की मैंने 3 बार चुदाई की और थक कर सो गए।


सुबह मैंने चाची सास सुहानी को कॉल किया और सारी बात बता दी।


वह सुन कर खुश हो गई और बोली- तो जल्द कहीं प्रोग्राम सैट करो, मुझसे रहा नहीं जाता।


मैंने हां कहा और ‘जल्द ही मिलेंगे।’ कह कर फोन काट दिया। 


उतने में ही बाथरूम से कामिनी नहा कर बाहर निकली। गुलाबी साड़ी में उसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। उसे वहीं पकड़ कर मैं किस करने लगा।


कामिनी- आप तो सुबह सुबह शुरू हो गए, कोई देख लेगा। ये Family Group, Desi Sex की कहानी आप Garamkahani.com पर पढ़ रहे है।


मैं- कोई नहीं देख सकता, चलो मेरा मूड हो गया है। जल्दी से एक राउंड हो जाए।


मैं उसे किस करने लगा। कामिनी भी गर्म थी, उसने भी साथ देना शुरू कर दिया। हम दोनों ने जल्दी जल्दी एक राउंड पूरा किया और अलग हो गए।


दोपहर को मैंने सुहानी की बात को कामिनी को बताई कि तुम्हारी चाची जल्द ही बिस्तर पर मिलना चाहती है।


कामिनी- हां, पर कहां मिलेंगे?


मैं- हम लोग होटल में चले जाएंगे और घर पर बोल देंगे कि हम फ्रेंड्स की पार्टी में जा रहे हैं।


कामिनी- ओके, आप एक बात और बताओ कि जो सुहानी चाची का दो साल का लड़का विसागर है, वह क्या आपका दिया हुआ है?


मैं- हां।


कामिनी- मुझे लगा ही था कि आपने ही मेरे चचेरे भाई को पैदा किया होगा। चाचा से तो कुछ होता नहीं है शायद!


मैंने कहा- हां, यही बात थी जान!


कामिनी- आज इसके बदले मैं भी आपसे कुछ मांगना चाहती हूँ।


मैं- हां बोलो न!


कामिनी- मैं भी सागर से प्रेगनेंट होना चाहती हूँ, जिससे हमारा हिसाब बराबर हो जाए।


मैं- ओके तुम्हारी इच्छा के लिए हां … अब तो खुश!


कामिनी- हां, थक्स जानू आई लव यू माय बेबी।


फिर हम दोनों सेक्स करके सो गए।


सुबह मैंने घर में बता दिया कि मैं और कामिनी शाम को फ्रेंड्स की पार्टी में जा रहे हैं। घर वालों ने हां कह दिया। मेरा काम हो गया।


मैंने सुहानी से कॉल करके पूछा।


तो उसने भी बताया कि मेरा आना भी तय हो गया है। मैं शाम को आ जाऊंगी, मुझे होटल का एड्रेस मैसेज कर देना।


मैंने एक होटल में कमरा बुक किया और सुहानी को मैसेज कर दिया।


उस दिन कामिनी ने ब्लैक कलर की साड़ी पहनी थी, साली गजब की पटाखा लग रही थी।


शाम को मैं और कामिनी होटल पहुंच गए। हमारे आने से पहले ही सुहानी होटल के बाहर खड़ी हमारी प्रतीक्षा कर रही थी। उसने मरून रंग की साड़ी पहनी थी। वह भी एकदम पटाखा लग रही थी।


वह हमें देख कर खुश हो गयी।


होटल के बाहर सब हमें ही देख रहे थे। सब लोग यही सोच रहे होंगे कि मैंने क्या किस्मत पाई है। दो दो पटाखे साथ में! सुहानी और कामिनी दोनों को देख कर सबके लंड खड़े हो गए होंगे।


हम लोग रूम की चाबी लेकर रूम में गए।


आगे की कहानी : जल्द ही ( सासु माँ और बीवी दोनों को एक साथ चोदा 02 )


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Maja aa gaya