एक माँ के साथ दूसरी माँ की चूत फ्री!

Family Sex Story : पढ़िए वो किस्सा जब दो दोस्तों ने अपनी Mom को Blackmail करके उनकी Antarvasna से Lesbian Sex के लिए मनाया फिर सभी मिलकर Group Sex करा!


दोस्तो ये कहानी मुझे एक आंटी ने भेजी है लेकिन उन्होंने नाम गोपनीय रखने को बोला है। सच कहता हूं औरतों के जज़्बात कितने गर्म हो सकते है ये बात मुझे इस कहानी को जानकर समझ आई।


उन्होंने मुझे जैसी ये कहानी भेजी है वैसे के वैसे ही में इसे आप तक पहुंचा रहा हूं। तो सुनिए एक खास कहानी आंटी की ज़बानी।


अरे बाबू, सुनो ना मैं रूही (बदला हुआ नाम) बोल रही हूँ, मैं अमित की माँ हूं। मेरी चुदाई के बाद मेरे बेटे ने मेरी दोस्ती अपने दोस्त की माँ से करवा दी।


मेरे बेटे के दोस्त का नाम अंकित है एक बार मैं घर में सोफे पर बैठी थी, तब दरवाज़े पर किसी ने घंटी बजाई मैने जाकर देखा तो अंकित खड़ा था उसको मैने अंदर बुलाया वो भी मुझे अपने बेटे की तरह लगता था।


उसने अंदर आते ही पहले अमित के बारे में पूछा तो मैने बताया वो बाहर गया हुआ है, अंकित बोला के "मैं आपको कुछ दिखाना चाहता हूं"। मैने भी शोक से कहा "दिखाओ बेटा जो भी दिखाना है!"


उसने अपना मोबाइल निकालकर मुझे एक वीडियो दिखाया जिसे देखकर मेरी गांड़ फट गई, वो वही वीडियो थी जो अमित और मैने पहली चुदाई करते समय याद गार के तौर पर बनाई थी।


मेरा मुंह खुला का खुला रह गया मैं उस समय एक पतले कपड़े की घरेलू नीली साड़ी पहने हुए थी उसके पल्लू में आसानी से मेरे भारी भरकम चूंचे आसानी से दिख पा रही थी।


मैने उसके हाथ से मोबाइल लिया और वीडियो में खुद को ही अपने बेटे को लन्ड से चोदता देखने लगी सच कहूं तो मेरी चूत में गर्मी लगने लगी उस वीडियो से लेकिन साला ये अंकित इतना बड़ा MC निकलेगा मुझे पता नहीं था।


मुझे एहसास ही नहीं हुआ ये कब मेरे पीछे आकर मेरे चूंचे सहलाने लगा, अमित ने एक हाथ मेरी कमर पर रखकर मसला और दूसरे को मेरी चूंची को छुपाते ब्लाउस के अंदर डालकर मुझे दबाने लगा।


मेरी सांसों से आगाह! हममम, उम्ममम! उफ़ की कामुक आवाज़ आने लगी। फिर अचानक मैं होश में आई और उससे अलग होकर खड़ी हो गई।


साले ने अपना एक कदम मेरी तरफ बढ़ाया और मेरी कमर में हाथ डालकर मुझे अपनी तरफ खींच लिया। उसने मुझे बाहों में जकड़ लिया फिर मुझे ब्लैक मैल करने लगा। ये एक अलग ही कहानी है जिसे बहुत जल्द अंकित ही आपको सुनाएगा। फिलहाल मैं अपनी कहानी आगे बढ़ाती हूं।


हाय रे, क्या कहानी है जो मैं तुमको सुनाऊंगी, जो आज भी मेरे दिल में घुल रही है जैसे शहद की चटनी। तुम्हें बताऊँगी सब, धीरे-धीरे, ऐसे कि तेरी साँसें रुक जाएँ, और नीचे वो हाथ खुद-ब-खुद सरकने लगे। 


मै राजस्थान के एक गांव की कामुक औरत हूं, ज़िंदगी के हालातों ने मुझे हवस का असली पाठ पढ़ाया।ज़िंदगी के इस पाठ में मेरे सम्बन्ध मेरे बेटे से बने फिर उसने मुझे अपने दोस्त चुदवाया, उसके बाद मेरे बेटे ने अपने दोस्त माँ को चोदा।


एक दिन तो दोनों लड़कों ने मुझे रगड़ कर चोदा, फिर एक दिन ने अपने बेटे अमित को लेने ने उसके दोस्त के घर गई तब देखा की।


दोनों लड़के बाथरूम में अंकित की माँ चोद रहे थे। फिर आया वो दिन जिसकी कहानी मैं आज सुनाने जा रही हूं।ऊपर बताई गई कहानी मुझे सुनानी चाहिए के नहीं ये बात तुम लोगो के मेल पर निर्भर करती है।


मेरी बहनों और मेरे जैसी औरतों ने मुझसे कहा कि आगे की कहानी बताऊं तो मुझे ज़रूर बताए।


बाकी इस कहानी को पढ़कर जो मेरे आशिक बनेंगे उनकी तारीफों का मुझे इंतज़ार है। ये Antarvasna Mom Son Family Sex Stories आप Garamkahani पर पढ़ रहे है।


हमारा वो गाँव, वो दोपहर का सूरज जो त्वचा पर चिपक जाता था, और हम चारों मतलब चार नहीं, दो रंडियाँ और दो लोडे, जो चुदाई की भूख में पागल थे। लिखते हुए हँसी आ रही है, लेकिन मस्त वाली।


पहले तो सुनो, मेरे बेटे अमित ने और उसके यार अंकित ने मिलकर क्या प्लान बनाया। वो दोनों अपनी-अपनी माताओं को चोदते थे।


मैं तो अंकित के लंड की दीवानी हो चुकी थी, और शालिनी – अरे वो अंकित की माँ – अमित के मोटे लन्ड पर फिदा थी। 


लेकिन अब? अब वो दोनों लौंडों ने सोचा, "अपनी माँओ को एक बिस्तर पर ला दें, यानी लेस्बियन वाली Chudai करवा दें।" हाय , मैं तो पहले शर्मा गई, लेकिन अमित ने मेरी आँखों में वो आग भरी कि बस, मैं मान गई। 


वो मेरी 40 की गांड़ भींचते हुए बोला " माँ , ट्राय कर लो ना, मजा आएगा," और शालिनी को भी अंकित ने रिझा लिया।दोपहर का समय था, गर्मी ऐसी कि पसीना चूत तक पहुँच जाए।


मैं अपने कमरे में सज-धर कर बैठी हुई थी, मेरे जिस्म पर साड़ी थी लाल वाली, जो मेरी 38 की कमर पर लिपटे तो गांड की लकीरें दिखें।


अमित बोला, " माँ , शालिनी आंटी आ रही हैं।" मेरा दिल धक-धक करने लगा। बाहर बाइक की आवाज आई, अंकित आया, और फिर दरवाजे पर शालिनी दिखी। 


उफ्फ, बहुत मस्त लग रही थी वो! साड़ी में वो 42 की चूचियाँ, जैसे दूध की बाल्टी उफान मार रही हों। अमित ने उसे गले लगाया फिर चूंची पर हाथ रखकर बोला, "शालिनी आंटी, कैसी हो?" और शालिनी ने उसके होठ चूमते हुए कहा, "मस्त हूँ, बाबू, एकदम गर्म।"


 अरे, मेरी चूत में ही करंट दौड़ गया ये सुनकर।अमित उसे मेरे पास लाया बेड पर। हम दोनों बैठे, शादी हुए ने जोड़े की तरह शर्मा-शर्मी खेल रहे थे। 


वो दोनो लौंडे कुर्सी पर बैठे जैसे सिनेमा देखने। अंकित अपने लन्ड को सहलाते हुए बोला, "शुरू हो जाओ आंटी लोग।"


हाय, मैंने शालिनी की साड़ी खींची धीरे से, जैसे चोरी कर रही हूँ कोई राज़। उसकी 36 की कमर नंगी थी पेटीकोट में 38 की गांड़ का उभार... उफ्फ। 


शालिनी ने भी मेरी साड़ी उतारी, हाथ काँप रहे थे उसके, लेकिन आँखों में शरारत दिख रही थी। अब हम दोनों सिर्फ ब्लाउज-पेटीकोट में थे जैसे दो जिस्म बाज़ार में बिकने को आए हो।


शालिनी ने मुझे बेड पर लिटाया, उसके होंठ मेरे होंठों पर आए आह बाबू, वो चूसना! ये XXX Maa Bete Ki Chudai Ki Kahani आप Garamkahani पर पढ़ रहे है।


जैसे शराब पी रही हो, गले तक। फिर ब्लाउज उसने खोला, मेरी ब्रा निकाल फेंकी, मेरी चूचियाँ बाहर निकाली मेरी दूध वाली चूंची गोल थी।


शालिनी ने एक को मुँह में लिया और चूसने लगी मर्दों की तरह – उसने मुझे चूस जोर से, दाँतों से काटते हुए।


 "आह... शालिनी रानी, मार डालोगी!" मैं चीखी, लेकिन मजा बहुत आया मेरी चूत गीली हो गई। अमित बोला, "पूरी नंगी हो जाओ माँ , तब मजा आए।" हाय, हमने सब उतार फेंका।


 अपनी वासना भरी नज़रे थी वो भी नंगी एक-दूसरे के जिस्म पर।मैं शालिनी के ऊपर चढ़ गई, उसके चूचियों को पीने लगी –मैने उसके निप्पल चाटे, फिर ज़ोर से काटे। 


फिर थोड़ा नीचे सरकी, उसके पेट को जीभ से सहलाया, अपनी ज़बान को नाभि में घुमाया।आखिरकार उसकी चूत मेरे सामने आई! गुलाबी, रसीली चूत उफ्फ।


मैने जीभ डाली चूत के अंदर, फिर ऐसे चाटा जैसे आइसक्रीम हो। शालिनी की कमर उचक रही थी, "आह रूही कुतिया चाट रे, चूत फाड़ दे मेरी!"


चूत से पानी बह रहा था उसकी, जो मुझे मीठा-मीठा लग रहा था। फिर हम 69 में आए हम दोनों एक-दूसरे की चूत चाटते, जीभ को अंदर-बाहर करते। 


उफ्फ! ज़िंदगी का असली मज़ा था वो, बाबू। मेरी चूत से रस टपक रहा था, शालिनी की आहें! कमरे में गूँज रही थी।


सामने दोनों लौंडे लन्ड हिलाते हुए हमे देख रहे थे, उनके लन्ड कड़क हो गए थे। लेकिन उन्होंने कंट्रोल करा। फिर शालिनी मेरी चूचियों को गूंथने लगी, उसने मुझे आटे की तरह फेटा। आह! दर्द और मजा मुझे एक साथ मिल रहा था। 


फिर उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में घुसकर चोदने लगी।"आह शालिनी,फाड़ रे मेरी भोसड़ी!" मैं चिल्लाई, और झड़ गई मैं झड़कर निढाल हो गई। 


लेकिन शालिनी अभी गर्म हो रही थी आग की तरह उसकी चूत दहक रही थी। मैंने उसे पटका और ऊपर चढ़ी उसके होंठ चूसे फिर काटे। 


"साली छिनाल, मुझसे बड़ी रंडी बन गई?" मैं वासना में भड़कती हुई बोली। शालिनी हँसी और कहने लगी, "हाँ कुतिया, मैं तो रंडी बनने में तेरी भी माँ हूँ!" ये Xxx Desi Sex Kahani आप Garamkahaniपर पढ़ रहे है।


 हम गालियाँ देते हुए ऐसे हँसी, जैसे दो सहेलियाँ चाय पीते समय रही हों, लेकिन नंगी।फिर सामने से हमारे बेटे उठे। अमित ने शालिनी को पकड़ा और लंड उसकी चिकनी चूत में घुसेड़ दिया।


"आह... अमित बाबू, फाड़ दो!" शालिनी चीखी। मैं बोली, "बेटा, इसकी चूत का भुर्ता बना दो!" अमित लन्ड पेल रहा था, उसके झटके जोरदार थे –


मेरी कृतियां की चूचियाँ उछल रही थी। अंकित ने मुझे गोद में बिठाया, उसने बहुत प्यार से मेरी पीठ सहलाई।फिर मुझे अपनी कुतिया बनाया, उसने पीछे से लंड अंदर डाला मैं सह न सकी तो बोल पड़ी आहआह! धीरे-धीरे घुसा।


बोला वो, "रूही माँ , तेरी चूत कितनी टाइट और गर्म है!" मैं हिली और बोली, "पेल रे अंकित, भोसड़ा बना दो! मेरा"अमित ने शालिनी को ऊपर लिटाया, मैंने उसकी चूचियाँ चाटी। घण्टों तक हम सब मजे में थे।


अमित ने शालिनी की चूत में रस छोड़ा, मैं अंकित के नीचे आई।दोनों बेटे थक गए, लेकिन उनके लंड फिर भी खड़े थे। 


अमित बोला, " माँ डांस करो।" मैं किसी रंड की तरह नंगी नाची, मेरी मोटी चूचियाँ हिलीं, फिर मैने उनके तीनों मुंह पर गांड मटकाई। हाय, शर्म तो आई, लेकिन उत्तेजना अधिक भड़क गई मेरी चूत फिर गीली हो गई। 


फिर वो दोनों शालिनी पर चढ़ गए– अमित गांड में घुसा, अंकित चूत में गया।एक साथ दो लन्ड घुसने से! शालिनी छटपटाई, "आआगाह ! मेरी फाड़ रहे हो सालो!"


लेकिन फिर उसे मजा आया, तो वो मुझे देखते हुए चिल्लाई, "मजा आ रहा है!! चोदो रे मेरे दोनों छेद!" मैं देखती रही अपनी उँगली खुद चूत में करता रही।अंकित झड़ा शालिनी की चूत में लेकिन अमित गांड मारता रहा। 


"शालिनी माँ, तेरी गांड मस्त है!" वो बोला। शालिनी गांड़ ज़ोर से हिलाई फिर बोली, "मार रे, जी भर के मार!"


अमित ने अपना रस गिराया। घमासान चुदाई के बाद थक गए सब। शालिनी उठी फिर , "बस हो गया?" वो बोली।


हम हँसे, वो नहाई, हमने कपड़े पहने अमित ने फिर चूमा उसे और चूंचे भींचकर उत्तेजित करने लगा।


मैं नंगी ही लेटी, अंकित ने मेरी चूचियाँ चूसीं। "रूही माँ, मजा आया?"वो निप्पल नोचते हुए बोला। "हाँ बाबू, तू तो राजा है चोदने का।" मैं आह निकालते हुए बोली।


फिर शालिनी चली गई, पैदल उसके चाल चलन बिगड़ गए थे। मैं अमित और अंकित के साथ नहाई, हम जब बाथरूम में घुसे तो दोनों ने पहले मुझे बहुत अच्छे से साफ करा ताकी दुबारा गंदा कर सके।


मेरे बेटे ने पूरी ताकत से मेरी चूंची मसली मेरे मुंह से ऊऊह! उफ्फ की आहे निकली मैने उसको पूछा“बेटा अभी दिल नहीं भरा है तेरा।” फिर अंकित ने चूत चाटनी शुरू कर दी। 


दोनों लड़कों के हाथ मेरे जिस्म से खेल रहे थे, उन्होंने फिर से मेरी वासना जगा दी।एक ने अपने लन्ड को मेरी गांड़ पर मसला फिर दूसरे ने चूत को जीभ से चोदा।


मेरी वासना चरम पर थी मेरा जिस्म टूटा पड़ा था।दोनों लड़के सच में MC थे, उन्होंने शालिनी के जैसे ही मेरी चूत व गांड़ में एक साथ लन्ड पेल दिए।


ज़ालिमो को मुझ पर ज़रा तरस न आया मेरी एक आसा ओह सालों मार डाला! की दर्द भरी आवाज़ निकली रही।


मैं लगभग बेहोश होने लगी, मुझे हैरानी थी के ये दोनों इस कदर चुदाई कैसे कर सकते है आज लगातार 2 औरतों की 4 घंटे चूत और गांड़ पेली है इन्होंने।बाद में पता चला के सालों ने सेक्स की गोली खा रखी थी।


मुझे बेहोश होता देख अंकित ने शावर चला दिया, मेरे गर्म जिस्म पर पानी की ठंडी बूंदे पड़ी तो मुझमें जान आई।उन दोनों ने मुझे संभाला फिर तेज़ी से दोनों मेरी चूत और गांड़ को चोद ने लगे।


मेरी सिर्फ आगाह! हमममम! उफ्फ सालों, अआआह कुत्तों भोसड़ा बना दिया तुमने मेरा आअआआअह!ओहम माँ की मोहक गालियां निकल रही थी।


उन्होंने मुझे अपने लन्ड का रस पिलाया फिर सहारा देकर मुझे कमरे में सुला दिया।लेकिन रात को सोने के समय सोचा, क्या मस्त दिन था। 


अगली बार फिर पता नहीं कब शायद अपनी शालिनी को अपने नीचे लूं। हाय बाबू, सुनकर तेरी क्या हालत हो गई? बताना ना नीचे कॉमेंट करके!


तो दोस्तों ये Family Foursome Mom Son Sex Story कैसे लगी नीचे कॉमेंट करके GaramKahani के लेखक और Kamvasna से भरे पाठकों को जरूर बताएं!


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